सांख्य सागर झील का रामसर साईड पर नाम आने के बाद हो रही है फजीयत, जलकुंभी भी हटवा पा रहे जिम्मेदार,वोटिंग बंद

शिवपुरी। अभी हाल ही में मध्यप्रदेश में भोपाल और शिवपुरी की सांख्य सागर झील को रामरस साईड पर जगह मिलने पर शिवपुरी बासी जितने उत्साहित थे अब उसी सांख्य सागर झील की फजीयत देखने को मिल रही है। यहां इस झील की ऐसी दुर्दशा होगी यह सपनें में भी नहीं सोचा था। एक तरफ तो 15 जनवरी तक पांच टाईगर लाने की तैयारी यहां शासन कर रहा है। परंतु यहां जो सांख्य सागर झील है उसकी यह हालात समझ से परे है।
माधव राष्ट्रीय उद्यान के आला अधिकारियों की अनदेखी का शिकार होती हुई सांख्य सागर झील आज जलकुंभी की चपेट आ चुकी है। इधर इस जलकुंभी को हटाए जाने के लिए जिम्मेदारों द्वारा कोई भी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। इसके चलते शिवपुरी पहुंचने वाले पर्यटकों में मायूसी देखने को मिल रही है।
वही अब पर्यटकों की मायूसी दूर करने की वजह नेशनल पार्क प्रबंधन ने सांख्य सागर झील में संचालित वोटिंग को बंद रखने का फरमान जारी कर दिया है। नेशनल पार्क प्रभंधन के इस फैसले से आगामी समय मे शिवपुरी पहुंचने वाले टूरिस्टों की संख्या में काफी गिरावट देखने को मिल सकती है।
एमपीटी टूरिस्ट विलेज के प्रभारी मैनेजर सद्दाम खान का कहना है कि नेशनल पार्क एक पत्र जारी किया गया है। पत्र में अभी पर्यटक को देने वाली वोटिंग की सुविधा बंद रखने का उल्लेख किया गया है। जबकि बरसात के बाद सर्दियों के मौसम में पयर्टकों का झुकाव शिवपुरी की ओर ज्यादा रहता है।
सैलानी रामसर साइट घोसित होने ने बाद सांख्य सागर झील में अधिक अधिक संख्या में पहुँचते हैं परन्तु इसके जलकुंभी की वजह उन्हें वोटिंग करने का मौका नहीं मिल पाता है इसके चलते सैलानियों में मायूसी देखी जाती है। हालांकि प्रबंधन द्वारा जलकुंभी हटाएं जाने के पत्र लिखे गए हैं। परंतु अभी हालात यह है कि यहां बोटिंग पूरी तरह से बंद है। और यहां से पर्यटक मायूस होकर लौट रहे है।