एक ही युवती के फेर में उलझे सटोरिया आदिल ओर सट्टा किंग सिकंदर: 3 साथियों के साथ मिलकर सिकंदर ने कर दी थी आदिल की हत्या

शिवपुरी। आज देहात थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। देहात थाना पुलिस ने 2 साल पुराने एक आत्महत्या के मामले को हत्या में बदलते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड के पीछे की बजह भी एक युवती रही है। मृतक ओर आरोपी के एक ही युवती से सम्बंध थे। जिसके चलते एक को रास्ते से हटाने के उद्देश्य से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। आरोपी लगातार 2 साल तक पुलिस को गुमराह करते हुए इस हत्याकांड को सुसाइड में बदलने का प्रयास करते रहे। परंतु उनकी इस झूट का खुलासा हैंड्स ऑफ रिपोर्ट ने कर दिया।

जानकारी के अनुसार बीते 7 दिसंबर 2020 को देहात थाना अंतर्गत तलैया मोहल्ले में रहने वाले कुख्यात सटोरिए सिकंदर खान के बच्चे का जन्मदिन था। इस दिन सटोरिये ने अपने दोस्तों को पार्टी में बुलाया था। इसमें गुना का रहने वाला आदिल खान भी आया था। वह शिवपुरी में अपने किसी रिश्तेदार के यहां पर रह रहा था। अचानक उसी दिन आदिल में गोली लगने के बाद उसे जिला अस्पताल फिर ग्वालियर भर्ती कराया था। 10 दिन बाद आदिल की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में उस समय शव का पीएम कराकर मर्ग फाइल कर दिया था।

इसके बाद पुलिस ने पार्टी में शामिल सिकंदर खान सहित मुबारिक खान, इमरान खान और नासिर खान निवासी तलैया मोहल्ला से पूछताछ की तो सभी ने आत्महत्या बताते हुए इस हत्याकांड को छुपाए रखा। फोरेंसिक की शुरुआती रिपोट में भी मौत आत्महत्या ही प्रतीत हो रही थी। जिसके चलते पुलिस ने इसकी हैंड्स ऑफ रिपोर्ट कराई।

इस हैंड्स आफ रिपोर्ट मिली जिसमें स्पष्ट हुआ कि गोली खुद आदिल ने नहीं चलाई हैं, बल्कि उसे गोली मारी गई है। इसके बाद पुलिस ने फिर से चारों को पकड़कर पूछताछ की तो हत्या का आरोप एक-दूसरे पर डालने लगे। सख्ती के बाद वे टूट गए और पता चला कि सिकंदर और आदिल के एक ही युवती से संबंध थे। इसके चलते सिकंदर आदिल से जलता था और उससे बदला लेना चाहता था। उसने आदिल को पार्टी में बुलाकर अपने तीनों दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या की और फिर इसे आत्महत्या दर्शाने का प्रयास किया।

हालांकि इस मामले में पुलिस की लेट लतीपी पर भी सवाल उठ रहे हैं। तत्समय पुलिस गंभीरता से जांच करती तो पहले ही इस मामले का राजफाश किया जा सकता था। सिकंदर देहात थाना क्षेत्र का चर्चित सटोरिया है। पुलिस ने चारो आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

क्या है हैंड्स आफ रिपोर्ट: एसडीओपी अजय भार्गव ने बताया कि प्रारंभिक रिपोटों में आत्महत्या की बात आ रही थी, लेकिन हैं इस हैंड्स आफ रिपोर्ट से मामला साफ हो गया। हैंड्सआफ रिपोर्ट से यह पता चलता है कि गोली किसने चलाई है। यदि आदिल ने खुद गोली चलाई होती तो उसके हाथों में वारूद मिलता, लेकिन जांच में वह नहीं मिला। इससे साफ हुआ कि गोली उसने खुद नही मारी। बल्कि यह गोली किसी और ने चलाई है।

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