बाबा बनकर आए आदिवासी ने एम्बुलेंस के चालक पर पानी छिडका पानी: चालक को होने लगी उल्टियां, भीड ने बाबा का बदल दिया भेष

कोलारस। खबर जिले के लुकवासा चौकी क्षेत्र से आ रही है। जहां आज एक अघोरी बाबा को अपनी कारगुजारी मंहगी पड गई। एक युवक पर जैसे ही अघोरी बाबा ने जादू किया और युवक को एकाएक उल्टियां शुरू हो गई। अब युवक की उल्टीयों को देख वहां मौजूद भीड ने बाबा को पकड लिया और बोला कि इसकी उल्टीयां बंद करा दो। जिसपर से बाबा ने पैसे लिए और पैसे लेने के बाद मंत्र पढा और युवक की उल्टीयां बंद हो गई और उसके बाद पब्लिक भडक गई और बाबा को जमकर खरी खोटी सुनाई।
जानकारी के अनुसार सुनील यादव ने बताया कि लुकवासा स्वास्थ्य केंद्र कि वह 108 एम्बुलेंस का चालक है। लुकवासा स्वास्थ्य केंद्र से वह मरीज को लेने उकावल गांव के लिए निकला था। जैसे ही वह स्वास्थ्य केंद्र से बाहर निकला तभी एक काले कपड़े पहने बाबा ने उसे रोक लिया और कहने लगा की आज सोमवार है, बाबा आज बाबा आज आप पर प्रसन्न हैं। इसके बाद उसने हाथ आगे बढ़ाया तभी उसने कमंडल से पानी लेकर मेरे हाथ पर डालते हुए कहा लगा कि तुम्हारे पर्स में सौ रुपए हैं, मैंने 100 रुपए निकालकर दे भी दिए, इसके बाद वह मरीज को लेने निकला ही था कि मुझे उल्टियां होने लगी। इसके बाद वह वापस लौटा और लोगों को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया
एंबुलेंस चालक सुनील यादव ने अपने साथ हुई घटना के बारे में मौजूद लोगों को बताया। लोगों ने दोनों बाबाओं को पकड़कर जब सख्ती से पूछताछ की तो एक बाबा ने अपना नाम सुरेंद्र आदिवासी बताया और दूसरे बाबा ने अपना नाम छोटू आदिवासी बताया। दोनों बाबाओं के पास मिले आधारकार्ड पर भी यही नाम थे। मौजूद लोगों ने बाबा के थैले की तलाशी ली तो दोनों बाबा मजदूरी कार्ड के धारक थे। दोनों बाबा डबरा जिले के तालबेहट के रहने वाले थे।
मौजूद भीड़ इतनी आक्रोशित थी जैसे ही दोनों बाबाओं को अपने असली वेश में आने को कहा तो पलभर में दोनों बाबाओं ने अपने कमंडल और मालाओं को उतारकर अपने पिटारे में रख लिया, साथ ही टीके को पलभर साफ कर लिया। तब कहीं दोनों बाबाओं को क्षेत्र में न घूमने की नसीहत देते हुए जाने दिया। गनीमत रही की भीड़ ने दोनों बाबाओं के साथ मारपीट नहीं की। हालांकि, जब तक मौके पर लुकवासा चौकी पुलिस पहुंची तब तक दोनों बाबा मौके से जा चुके थे।