पढाई नहीं यह है नशे की पाठशाला: यहां होता है खुलेआम नशा, रोज रात को आते है स्मैकची

शिवपुरी। जिले में इन दिनों नशे पर प्रहार करने के लिए भले भी पुलिस अभियान चला रही है। परंतु यह अभियान का असर धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा। जिले में दिन ब दिन स्मैक को के कारोबारी अपनेे पैर पसारते जा रहे है। परंतु पुलिस महज स्मैक पीने बालों पर कार्यवाही कर इंतिश्री कर लेती है। परंतु राजनैतिक सरंक्षण प्राप्त होने के चलते स्मैक के सौदागरों को खुला सरंक्षण दिया जा रहा है। जिसके चलते यहां स्मैक का कारोबार जमकर फल फूल रहा है।
जानकारी के अनुसार बीते रोज वार्ड क्रमांक 36 के पार्षद एमडी गुर्जर ने नशे के खिलाफ मुहिम प्रारंभ की। जिसमें वार्ड 36 के झींगुरा में एक शासकीय स्कूल ऐसा है जिसमें खुलेआम नशेलची नशा करते हुए देखे जा सकते है। यहां दिन में तो छात्रों की पाठशाला चलती और दिन डलते ही यहां नशेलचीयों की महफिल जमने लगती है।
यहां बता दे कि वार्ड क्रमांक 36 के झिंगुरा में स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल टूटी हुई है। जिसकी वजह से स्कूल प्रांगण में सटे हुए खंडर में स्मैकियों के द्वारा आराम से स्मैक के नशे का लुत्फ बेखौफ उठाया जाता है। शाम होने के बाद स्मैकी बड़े ही आराम से खंडहर से निकलकर स्कूल प्रांगण में खुलेआम नशा करते हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग की लापरवाही का दंश स्कूली छात्र-छात्राओं को झेलने पड़ रहा है।
शासकीय प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल का एक हिस्सा काफी समय से टूटा हुआ है इसी से सटा हुआ एक खंडहर भी है। इसी खंडहर में शाम ढलते ही नशा करने वालों का जमावड़ा लग जाता है। चूंकि स्कूल परिसर का मुख्य दरवाजा बंद रहता है। लेकिन नशेड़ियों को स्कूल का खुला प्रांगण भी आराम से बैठकर नशा करने में सहयोग करता है। सुबह होते ही इस खंडहर और स्कूल परिसर में स्मैकियों द्वारा लगाई गई सिरिंज भी फैली हुई देखी जा सकती हैं। ऐसे में इन सिरिंज से स्कूल पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं में HIV फैलने का खतरा भी बना रहता है। इसके बावजूद जिम्मेदार शिक्षा विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है साथ ही पुलिस गश्त पर भी सवालिया निशान उठते हैं।
प्राथमिक शासकीय विद्यालय झिंगुरा के शौचालय में गंदगी के अंबार के साथ-साथ यहां भी नशे की सामग्री फैली पड़ी रहती है। नशे के इंजेक्शन के साथ-साथ स्कूल के शौचालय में उपयोग में लाए गए निरोध भी पड़े रहते है। स्कूल के समय इस शौचालय को छात्र-छात्राओं द्वारा उपयोग में लाया जाता है।
स्कूल प्रभारी मीनाक्षी ढींगरा का कहना है कि स्कूल परिसर में ऐसा कोई भी अनैतिक कार्य नहीं किया जाता है। वार्ड क्रमांक 36 के पार्षद एमडी गुर्जर ने बताया कि इस नशे के अड्डे को बंद कराने के लिए शिक्षा विभाग से कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उनके साथी ने 181 पर भी शिकायत दर्ज कराई। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। वार्ड पार्षद का कहना है कि पनपते इस नशे के अड्डे की वजह से स्कूल परिसर की टूटी हुई दीवार है। जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौर का कहना है कि उक्त विद्यालय का वह आज ही निरीक्षण कराएंगे। बाउंड्री वॉल के लिए भी प्रस्ताव बनाएंगे। तब तक इस प्रकार की अगर गतिविधि हो रहीं हैं तो उनको रोकने के लिए तब तक अस्थाई प्रयत्न भी करेंगे।