CMO अवस्थी का नया फरमान: नपा के कर्मचारी लंच ब्रेक पर गए तो काटा जाएगा वेतन,पब्लिक बोली आपकी भी तो कुर्सी रहती है खाली उसका क्या

शिवपुरी। आज शिवपुरी नगर पालिका सीएमओं का एक फरमान सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटौर रहा है। आज शिवपुरी नगर पालिका सीएमओ शैलेष अवस्थी ने एक फरमान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा कै कि शिवपुरी नगर पालिका के कर्मचारी चाय नास्ता और लंच के नाम पर अपनी कुर्सीयों से गायब रहते है। जिसके चलते अब उनका आदेश है कि कोई भी कर्मचारी 10 बजे से 6 बजे तक नगर पालिका से गायब रहता है और सीएमओ अगर निरीक्षण करते है और वह नहीं मिलेगे तो कर्मचारीयों का एक दिन का बेतन काटा जाएगा।

जैसे ही यह फरमान शोसल मीडिया पर बायरल हुआ पब्लिक ने सीएमओं को ही घेर लिया। शिवपुरी नगर पालिका सीएमओं ने जब से शिवपुरी का चार्ज संभाला है तब से ही उन पर कार्यालय में नहीं बैठने,फोन नहीं उठाने के आरोप लग चुके है। मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी इन्हें फोन उठाने के लिए कई बार कह चुकी है। उसके बाद भी हालात जस के तस है। इसी को लेकर आज जैसे ही यह पत्र बायरल हुआ पब्लिक ने सबाल किया कि क्या यह आदेश कर्मचारीयों के लिए ही है। यह आप पर लागू नहीं होता। जो आप कार्यालय में नहीं पहुंचते।

मुख्य नगर पालिका अधिकारी शैलेष अवस्थी लगभग एक साल से शिवपुरी में हैं। जब उन्होंने चार्ज संभाला था तो नगर पालिका की कमान प्रशासक के हाथ में थी। नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षद न होने के कारण नपा प्रशासन पर किसी का नियंत्रण नहीं था। नगर पालिका एक तरह भगवान भरोसे चल रही थी। जनता शिकायत करती तो किससे। सीएमओ अवस्थी कार्यालय में बैठते हैं या नहीं बैठते हैं, इसकी फिक्र किसी ने नहीं की। क्योंकि सुनने वाला कौन था। फोन भी वह नहीं उठाते थे। परंतु तीन चार माह पहले परिषद का गठन हुआ।

नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षदों का चुनाव हुआ। अब नजर रखी जाने लगी कि सीएमओ कार्यालय में आते हैं या नहीं आते। लेकिन उनका ढर्रा वहीं रहा। जनता ने स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से शिकायत की, तो उन्होंने भी स्वीकार किया कि सीएमओ उनके भी फोन नहीं उठाते। अध्यक्ष गायत्री शर्मा के फोन भी सीएमओ ने नहीं उठाए। पार्षदों की भी उनसे नाराजी रही। जिसके फलस्वरूप नगर पालिका कार्यालय में अध्यक्ष और पार्षदों ने सीएमओ को तलब किया और उन्हें खरीखोटी सुनाई।

कांग्रेस पार्षदों ने भी सीएमओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि अब सीएमओ ने अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक आदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने माना है कि कार्यालयीन समय में अधिकारी और कर्मचारी नगर पालिका में नहीं बैठते हैं और वह खाना-खाने, चाय पीने के लिए नदारत हो जाते हैं। जिससे आम जनता परेशान होती है और उसे इधर-उधर भटकना पड़ता है।

सीएमओ ने अपने आदेश में लिखा है कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को आदेशित किया जाता है कि वह कार्यालयीन समय में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक अपनी सीट पर उपस्थित मिले। यदि निरीक्षण में कोई भी कर्मचारी अपनी सीट से अनुपस्थित पाया गया तो उसका एक दिन का वेतन राजसात किया जाएगा। देखने वाली बात यह है कि यह आदेश सीएमओ शैलेष अवस्थी स्वयं पर लागू करते हैं अथवा नहीं।

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