बैराड़ में आशियाने उजड़ने के डर से सैंकड़ो ग्रामीणों का प्रदर्शन, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, CM तक पैदल मार्च की चेतावनी

शिवपुरी। पोहरी विधानसभा क्षेत्र के बैराड़ कस्बे में इन दिनों वार्ड क्रमांक 12, 13 और 14 के निवासी भय के माहौल में जी रहे हैं। कालामढ़-बरोद रोड स्थित सर्वे नंबर 898 की जमीन पर बसे इन लोगों को आशंका है कि उनकी बस्ती को उजाड़ा जा सकता है। हाल ही में उद्योग विभाग की टीम ने सीमांकन के लिए इस क्षेत्र का सर्वे किया, जिसके बाद लोगों में चिंता और बढ़ गई।
इसी डर के चलते मंगलवार को 500 से अधिक ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि वे पिछले 15 से 20 वर्षों से यहां रह रहे हैं और इस दौरान उन्हें नगर परिषद से मकान अनुमति, टैक्स निर्धारण, प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान, जल जीवन मिशन से नल कनेक्शन और प्रधानमंत्री सड़क योजना से पक्की सड़क जैसी सरकारी सुविधाएं मिल चुकी हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि पहले उद्योग विभाग का प्रोजेक्ट नाउखो के पास चिन्हित किया गया था, लेकिन अब घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में सर्वे कर उन्हें हटाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने मांग की है कि इस बस्ती को आबादी क्षेत्र घोषित कर मालिकाना हक दिया जाए तथा उद्योग विभाग का प्रोजेक्ट किसी अन्य सरकारी जमीन पर शिफ्ट किया जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने कार्रवाई नहीं रोकी तो वे भूख हड़ताल करेंगे और मुख्यमंत्री निवास तक पैदल मार्च करेंगे। उनका कहना है कि अगर बस्ती उजाड़ी गई तो सैकड़ों परिवार बेघर हो जाएंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।