रेलवे स्टेशन पर आई सरकारी चाबल की रैक में फटी बोरियां: चाबल मे मिली यूरिया और सीमेंट, गरीबो को बांटा जाना था

शिवपुरी। खबर शहर के रेलवे स्टेशन से है जहां मंगलवार को सतना से आई चावल की रैक में सैकड़ों बोरियां फटी हुई पाई गईं। इन बोरियों से निकला चावल रेल के डिब्बे में पहले से फैले यूरिया खाद और सीमेंट में मिल गया। इसके बावजूद चावल को उठाकर दोबारा बोरियों में भरवा दिया गया। जबकि यह चावल गरीबों को बांटे जाने वाले सरकारी राशन का हिस्सा है।
इस मामले में नेशनल फूड सप्लाई एजेंसी (नान) और उसके ठेकेदार की लापरवाही सामने आई। बताया गया कि जब फटे हुए बोरे स्टेशन पर उतारे गए, तो उनमें से बिखरे चावल को श्रमिकों से उठवाकर दूसरी बोरियों में भरवाया गया। लेकिन रेल डिब्बों में पहले से पड़े यूरिया और सीमेंट से चावल दूषित हो गया था। सरकार इस बार मानसून से पहले 3 माह का राशन एक साथ बांटने की तैयारी कर रही है। वहीं दूषित चावल को दोबारा बोरियों में भरकर गोदामों तक भेजा जाना, स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना है। यदि खराब चावल गरीबों को दिया गया, तो इससे खाद्य जनित बीमारियों का खतरा हो सकता है।
इस मामले में ठेकेदार संतोष तायल का कहना है कि मौके पर पंचनामा तैयार किया गया है। साथ ही नान अधिकारियों के निर्देश पर ही बिखरे हुए चावल को अलग बोरियों में भरकर उसे गोदाम में अलग से रखवाया गया है। वहीं नान अधिकारियों ने भी पुष्टि की है कि यह चावल वितरण के लिए नहीं जाएगा। अगर चावल को सुधारा जा सकता है, तो ही इसे अपग्रेड किया जाएगा।