जिला अस्पताल में VIDEO वायरल के बाद एक्शन में आए MLA पुत्र सक्षम जैन, ठेका निरस्त की मांग, गार्ड आदिल खांन पर कार्यवाही

शिवपुरी। शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के पालन में अस्पतालों के सुरक्षा संबंधी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए एवं अस्पतालों के अन्दर एक मरीज के साथ कई अटेण्डर होने से अधिक भीड को न्यूनतम करने के लिये और परिजनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल में प्रवेश हेतु प्रवेश पत्र (एन्ट्री पास) की व्यवस्था लागू की गई है। स्वास्थ्य संस्थान के भीतर एक सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं अस्पताल में कार्य स्थल पर महिला स्वास्थ्यकर्मी एवं चिकित्सकों को भी तनावमुक्त प्रबंधन और चोरी की घटना को दृष्टिगत रखते हुये जिला अस्पताल में यह पास सिस्टम 13 दिसम्बर 2024 से लागू किया गया। इसमें एक मरीज के साथ निःशुल्क पास की व्यवस्था है।
इसके अलावा अति आवश्यकता होने पर 02 नंबर पास एवं 03 नंबर पास की व्यवस्था की गई है। जिनका शुल्क निर्धारित किया गया है। व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए आउटसोर्स कंपनी को ई-निविदा के माध्यम से टेण्डर किया गया है। जिससे अस्पताल प्रबंधन को भीड़ नियंत्रित करने के लिये मानव संसाधन भी मिले हैं।
सिविल सर्जन डॉ बीएस यादव ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियों में मैं. जगदीश एण्ड आनन्द विल्डकॉन शिवपुरी के कर्मचारी आदिल खांन का मरीज के परिजन से हुए मुंहवाद को देखते हुए निविदा फर्म को 17 अप्रैल को प्रातःकाल इस विवाद के संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए पत्र जारी किया गया। जिसके क्रम में मै. जगदीश एण्ड आनन्द विल्डकॉन शिवपुरी ने कर्मचारी आदिल खांन को तत्काल ही सेवा से पृथक कर दिया एवं संबंधित फर्म को निर्देशित किया गया है कि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो। सिविल सर्जन ने सर्वसाधारण को भी सूचित किया है कि मरीज के साथ केवल 01 ही व्यक्ति को फ्री पास की सुविधा उपलब्ध है एवं अपने पास को सदैव अपने पास रखें व मांगे जाने पर पास को दिखाये जिससे कोई असुविधा न हो और अस्पताल में बेहतर इलाज और प्रबंधन के लिए इस व्यवस्था में सहयोग करें।
घटना के बाद भाजपा कोषाध्यक्ष सक्षम जैन ने जब टेंडर से संबंधित जानकारी ली तो पता चला कि जो परिजन मरीज का अस्पताल लाते हैं उसका निशुल्क पीले कलर का पास बनता है यह केवल एक व्यक्ति के लिए मान्य होता है। वहीं पास खो जाने की स्थिति में दूसरे पास के लिए P20 देने पड़ते हैं। इसके अलावा तृतीय अतिरिक्त पास बनाए जाने के लिए अटेंडर को P20 प्रतिदिन देना होता है। मरीज के पास एक से अधिक लोग रुकते हैं तो ऐसी विषम परिस्थिति में P50 प्रति अटेंडर पास बनता है। सक्षम जैन ने बताया कि एंट्री पास बनाने के लिए कितनी राशि ली जाना चाहिए इस राशि का बोर्ड अस्पताल में कहीं भी नहीं लगा है। इतना ही उन्हें मरीज के परिजनों ने बताया कि P50 में पास बना कर दिया जा रहा है। मामले को लेकर सक्षम जैन ने कंपनी का टेंडर निरस्त किए जाने की बात कही अगर ऐसा नहीं होता है तो वह ऊपर तक इसकी शिकायत करेंगे।
