नहाते समय विवाहिता की बाथरूम में संदिग्ध परिस्थिति में मौत, 24 घंटे तक मॉर्चरी में रखा रहा शव

शिवपुरी। खबर शहर के देहात थाना क्षेत्र के बडौदी से आ रही है। जहां एक महिला की बाथरूम में मौत के बाद उसका शव लगभग 24 घंटे तक मुर्दाघर में रखा रहा। उस महिला के शव का पीएम नहीं हो सका। इस मामले को लेकर परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही की आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बाद आने बाले तीन शवों के तो पीएम हो गए परंतु उनके शव को पिछले 24 घंटे से यहां रखे हुए है।
जानकारी के अनुसार देहात थाना क्षेत्र के बड़ौदी में एक 30 वर्षीय विवाहिता मंजेश पत्नी महेंद्र आदिवासी की संदिग्ध परिस्थितियों में उस वक्त मौत हो गई थी जब विवाहिता घर में बनेे बाथरूम में नहा रही थी। विवाहिता के परिजनों से तत्काल जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे जहां डॉक्टरों ने महिला मृत घोषित कर दिया था।
परिजनों ने महिला को सांप के द्वारा काटने की आशंका जाहिर की थी। महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के कारण पुलिस ने महिला के शव को सोमवार के दिन मुर्दाघर में रखवा दिया था। सोमवार से शव मंगलवार की शाम तक रखा रहा तब कही जाकर महिला का पोस्टमॉर्टम हो सका। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं।
महिला की मौत सोमवार को शाम हो जाने के कारण महिला के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका था। मंगलवार को महिला के शव के पोस्टमॉर्टम के दस्तावेज तैयार किये गए। लेकिन दोपहर बीत जाने के बाद भी महिला के शव का पोस्टमार्टम मार्टम नहीं हो सका। परिजनों का आरोप था कि महिला के बाद में आए दो अन्य शवों को पोस्टमॉर्टम करवा दिया गया था। जब महिला के परिजनों ने जब इसका विरोध दर्ज कराते हुए अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए तब कहीं जाकर महिला के शव का पोस्टमॉर्टम हो सका।
इस पूरे मामले में आरएमओ डा संतोष पाठक का कहना था कि उन्हें पीएम संबंधी सूचना और दस्तावेज ही नहीं मिले थे, इस कारण मृतिका का पीएम नहीं हो सका। हमें दोपहर दस्तावेज प्राप्त हुए हैं, जिसके बाद हम अब डाक्टर को पोस्टमार्टम करा दिया गया है।
