तीन दिन पहले मुख्यालय अटैच हुए रोजगार सहायक महेन्द्र सिंह तोमर अटैचमेंट निरस्त

पोहरी। खबर जिले के पोहरी अनुविभाग के ग्राम पंचायत गुरीच्छा की है। जहां तीन दिन पहले पोहरी जनपद पंचायत कार्यालय में अटैच किए गए रोजगार सहायक को आज पुन: गुरिच्छा पंचायत में पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया है।
रोजगार सहायक की जिला पंचायत में नवनिवार्चित सरपंच ने शिकायत की थी जिसमें आरोप लगाए थे कि रोजगार सहायक महेन्द्र सिंह तोमर ने टैंकर रिकॉर्ड एवं कंप्यूटर सामग्री में हेरपेर कर उसे गायब कर दिया है। इस शिकायत पर सीईओ जिला पंचायत शिवपुरी ने इस मामले में रोजगार सहायक को पोहरी जनपद में अटैच कर जांच की।
इस जांच में सभी आरोप निराधार पाए गए। जांच कंप्यूटर सामग्री आदि 2013 में मिली थी जबकि रोजगार सहायक की नियुक्ति 2014 में हुई है तत्कालीन सचिव पूरन सिंह धाकड़ जगमोहन सिंह तोमर सुरेंद्र शर्मा के द्वारा पंचायत के सहायक सचिव को किसी भी प्रकार का कोई रिकॉर्ड या कंप्यूटर सामग्री लैपटॉप एलईडी नहीं दी गई है।
इसके साथ ही रोजगार सहायक पर ग्राम पंचायत का कभी सचिवीय प्रभार नहीं रहा है। रोजगार सहायक ने बताया है कि सरपंच श्रीमती नीलम तोमर ने उसपर अनलीगल दबाव बनाकर अनैतिक कार्य करने के उद्देश्य परेशान किया जा रहा है। इस सफाई से संतुष्ठ होने के बाद आज जिला पंचायत सीईओ उमराव मराबी ने रोजगार सहायक का अटैचमेंट निरस्त करते हुए पुन: गुरीच्छा पंचायत में पदस्थ किया है।