JE अभिनाश चंद्र गौतम ने 38 हजार लेकर दिया नो-ड्यूज: बिल जमा नहीं किया, रशीद भी नहीं दी, अब बोले कि मुझे काई पैसे नहीं दिए

प्रिंस प्रजापति@शिवपुरी। खबर जिले के बैराड़ क्षेत्र से आ रही है। जहां विद्युत वितरण केंद्र बैराड़ के द्वतीय केंद्र पर पदस्थ पर सुपरवाईजर पर धोखाधड़ी कर रूपए ऐंठने का आरोप लगाया है। बैराड़ क्षेत्र के झलवासा के रहने बाले युवक ने बताया कि सुपरवाईजर द्धारा बिजली बिल की बकाया राशि जमा करने के नाम पर 38 हजार रूपए लेकर आज तक जमा नही की गई है। जब उपभोक्ता सुपरवाईजर से बिल जमा करने की कहता है तो सुपरवाईजर द्धारा पुन: रूपए मांगे जाते है और 38 हजार रूपए आज तक जमा नहीं किए गए है।
बता दे कि पीडित ने मामले की शिकायत जनसुनवाई में की है इतना ही नहीं सुपरवाईजर द्धारा लिए गए रूपए को वापिस मांगने पर कहा जाता है कि उपभोक्ता ने उन्हे कोई राशि नहीं दी है। पीडित ने अपनी राशि जमा करने पर रशीद की मांग की थी लेकिन सर्वर डाउन है कहकर उसे दूसरे दिन आने को कहा लेकिन उसके बाद भी आज तक चक्कर काट रहा है।
जानकारी के अनुसार रामकिशन धाकड निवासी ग्राम झलवासा विद्युत वितरण केन्द्र वैराड में उसका विद्युत उपभोक्ता क्रमाकं 2109006743 है पीडित ने बताया कि मेरे द्वारा सरपंच पद के चुनाव के समय नो-ड्यूज प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी। इसको लेकर के विद्युत वितरण केंद्र बैराड़ के बर्तमान में द्वतीय केंद्र पर पदस्थ जेई अविनाश चंद्र गौतम को 31 मई 2022 को सम्पूर्ण राशि का समझौता कर 38 हजार रूपये दिये गए। इसके बाद रामकिशन ने ऑनलाइन रशीद की मांग कि गई तो उन्होने कल आने कि बोलकर टाल दिया। जिसकी ऑनलाइन पावती न देकर नो-ड्यूज प्रमाण पत्र दे दिया था।
बताया कि कई वार विद्युत वितरण केन्द्र पर जाकर मौखिक पावती कि मांग कि गई लेकिन कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिया गया। इसके बाद रामकिशन को पुनः अगले वर्ष का विद्युत विल के साथ पुराना विद्युत विल राशि जोडकर दिया गया जिसकी लिखित शिकायत 14 दिसंबर 2023 को कि गई। लेकिन आज दिनाकं तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इसके बाद पीड़ित द्धारा इसकी शिकायत पुन: जनसुनवाई सहित सीएम हेल्पलाईन में की जा चुकी है। जिसका शिकायत नंबर 28408246 है। पीडित की मांग ही उसके द्धारा दी गई राशि को उसे बिल में जमा किया जाए और जेई अविनाश चंद्र गौतम पर कठोर कार्यवाही की जाए।
इनका कहना है
जो आरोप मेेरे उपर लगाया है बह झूठा है, मैने कोई पैसा नही लिया है, उस समय चुनाव के दौरान नो-ड्यूज प्रमाण पत्र दिया गिया था वो लाइनमैन अमरसिंह ने रिपोर्ट तैयार कर दिया था। इसमें हमारा कोई हस्तक्षेप नहीं है। अब 4-5 महीने पहले लाइनमैन की मौत के बाद ये लोग अभी आए थे और झूठा आरोप लगा रहे है। मेरे द्धारा इस संबंध में विभाग को भी जबाब दिया जा चुका है।
अभिनाष चंद्र गौतम, सहायक प्रबंधक (जेई) बैराड़ द्वतीय
