हत्या लूट आदि मामलों का आरोपी कोर्ट में पेश करने के दौरान पुलिस को चकमा देकर भागा : ऐसे आरक्षकों की थी ड्यूटी जो पूर्व से आरोपियों को भगाने में रहे है शामिल

प्रिंस प्रजापति@शिवपुरी। खबर पोहरी थाना क्षेत्र से आ रही है। जहां बीते गुरूवार को आर्म्स एक्ट सहित हत्या, लूट आदि कई संगीन अपराधों में मामलों में स्थाई वारंटी के न्यायालय में पेश करने के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाने का मामला सामने आया है। जहां कोर्ट में पेश करने के दौरान एक अपराधी के पुलिसकर्मीयों को चकमा देकर भाग जाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। बता दे कि बैराड़ थाने में पदस्थ तीनों पुलिसकर्मीयों के बीच से फरार आरोपी का पुलिस दो दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नहीं लगा पाई है। मामले में आरोपी के विरूद्ध पोहरी थाने में पुलिस अभिरक्षा से भागने का मामला दर्ज कर लिया है लेकिन संबंधित पुलिसकर्मीयों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
मामला बैराड़ थाना क्षेत्र का है जहां बैराड़ पुलिस ने आर्म्स एक्ट सहित अन्य मामलों में स्थाई वारंटी आरोपी धर्मवीर बाथम पुत्र प्रेमी बाथम उम्र 30 साल निवासी बैराड़ को बुधवार रात कॉम्बिंग गश्त के दौरान पकड़ा था। बता दे कि आरोपी धर्मवीर को बैराड़ थाने के तीन पुलिसकर्मी गुरुवार को पोहरी न्यायालय लाए थे। जहां आरोपी धर्मवीर न्यायालय से भागने में कामयाब हो गया। कुछ देर बाद जब तीनों पुलिसकर्मियों को आरोपी नहीं मिला तब इसकी सूचना पोहरी थाना को दी गई। पुलिस ने आरोपी धर्मवीर बाथम के खिलाफ पुलिस अभिरक्षा से भागने का केस दर्ज किया था। लेकिन दो दिन गुजर जाने के वाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है।
यह है तीनों पुलिसकर्मी
आरोपी धर्मवीर जिस पर हत्या, लूट, आर्म्स सहित विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज है। आरोपी स्थाई बारंटी होने के चलते उसे गिरफ्तार न्यायालय में पेश करने बाले तीनों पुलिसकर्मीयों में आरक्षक शोभाराम मीणा, आरक्षक अतरसिंह और एक अन्य आरक्षक था। जिन्हे चकमा देकर आरोपी भाग गया था।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरक्षक अतरसिंह रावत जो कि इस समय बैराड़ थाने पर पदस्थ है वह पूर्व से ही विवादित रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले के तेंदुआ थाने में पदस्थ होने के दौरान आरक्षक अतरसिंह रावत पर चाची 420 के प्रकरण में शामिल होकर किसानों के करीब 4 करोड़ रूपए लेकर भागने बाली चाची को भगाने में शामिल होने का आरोप था। उस समय तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने इस मामलें में कार्यवाही करते हुअ आरक्षक अतरसिंह को लाइनअटैच करते हुए विभगीय जांच शुरू की। इसके बाद बीते कुछ दिनों पहले ही अतरसिंह की पोस्टिंग बैराड़ थाने पर हो गई थी। इसके बाद इसी आरक्षक का आरोपी धर्मवीर को कोर्ट में पेश करना और आरोपी का पुलिस को चकमा देकर भाग जाना आरक्षक अतरसिंह सहित अन्य दो पुलिकर्मीयों और पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े करता है।

इनका कहना है।
इस मामले में आरोपी के श्योपुर क्षेत्र में होने की सूचना प्राप्त हुई है। इसलिए हमने टीम रवाना कर दी है। अब इस मामले में आप जिस आरक्षक अतरसिंह रावत का नाम बता रहे है अगर उस पर पहले से इसी तरह का गंभीर आरोप लगा हुआ है। तो में तेंदुआ थाना प्रभारी से बात कर पूरे मामले की रिपोर्ट लेता हू और फिर इस गंभीर आरोप की पूरी जानकारी माननीय पुलिस अधीक्षक महोदय को देता हूं उसके बाद आगे की कार्यवाही बही करेंगे।
सुजीत सिंह भदौरिया, एसडीओपी पोहरी