बैराड़ में किराना दुकानों व डेयरियों सहित होटलों पर बेचा जा रहा है नकली और मिलावट का जहर: खाद्य विभाग व प्रशासन बना बौना

प्रिंस प्रजापति@शिवपुरी। खबर जिले के बैराड़ क्षेत्र से आ रही है। जहां खाद्य पदार्थो्ं में मिलावट का जहर रूकने का नाम नहीं ले रहा है। बता दे कि इस मामले के लगातार प्रकाशन के बाद प्रशासन के यहां जूं तक नहीं रेंगे है। ऐसे में प्रशासन द्धारा कार्यवाही न करना उनकी मिलीभगत को दर्शाता है। बैराड़ क्षेत्र में कार्यवाही के नाम प्रशासन व संबंधित विभाग पर बसूली के आरोप लग रहे है।
जानकारी के अनुसार बैराड़ के मुख्य बाजार सहित विभिन्न स्थानों पर नकली और मिलावटी दूध,घी,पनीर,मावा आदि खाद्य पदार्थों की बिक्री जोरो पर चल रही है। जो क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। मामलें में विधायक पोहरी कैलाश कुशवाह ने भी बयान दिया था कि इनकी वीडियो आने पर इनके उपर कार्यवाही करवाने सहित इनाम की घोषणा की थी। लेकिन जानकर भी अनजान बनने से बह सभी भी खोखले नजर आ रहे है।
जिलेभर में इस मिलावटखोरी का कारनामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। बता दे कि इस प्रकार के मिलावट के खाद्य पदार्थ जिलेभर के लोगों को कितना नुकसान पहुंचा रहे है। लोग कैंसर और हार्ट के मरीज होते जा रहै है। मिलावटी पदार्थ लोगों को बीमार कर रहे है। बीमारी का इलाज मुफ्त करने से इसका हल नहीं निकलनेगा इस समस्या की जड़ को ही खत्म किया जाना चाहिए, यह मिलावटखोरी बंद होना चाहिए।
बता दे कि संबंधित विभाग के द्धारा इस मामले में कोई कार्यवाही न करना इन मिलावटखोरों के हौंसले बुलंद कर रहा है और बह लोग खुलेआम यह कारोबार कर रहे है। आगामी दिनों में हिंदू त्यौहारों का समय आ रहा है जिसमें खुलेआम जहर बेचने का काम बैराड़ में किया जाता रहा है। इस बर्ष भी प्रशासन त्यौहारों के नजदीक आएगा और उन पर कार्यवाही करने की बजाय कहा जाए तो खुले में जहर बेचने की अनुमति बसूली के आधार पर की जाती है। लेकिन जनता के स्वास्थ्यों से खिलवाड़ जारी है।
किराना दुकानों पर बडे पैमाने पर जारी है जहर की विक्री
बैराड़ में किराना दुकानो पर भी इस जहर को बेचा जा रहा है विभिन्न खाद्य पदार्थों में मिलावटी और नकली सामान बेचा जा रहा है। यहां तक की कई दुकानो पर तो अगर जांच की जाए तो एक्पायरी डेट का सामान मौजूद मिलेगा। बड़े मुनाफा के लिए तेल के नाम पर पाम तेल बेचा जा रहा है। किराना दुकान इस जहर बेचने के कारोबार को बड़े पैमाने पर कर रहे है। इसका उदाहरण बीते समय प्रशासन की कार्यवाही के दौरान सभी की दुकाने बंद कर भाग जाने से स्पष्ट पता चलता है। फिर भी न जाने क्यों खाद्य विभाग और प्रशासन बैराड़ में इनको संरक्षण दे रहा है।