शिवपुरी में गरजी X- CM उमा भारती: बोली सिंधिया को ललचाई नजरों से देखती थी,जरूरी नहीं कि महाराज कहो,भैया भी कह सकते हो

शिवपुरी। आज गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में शिवपुरी आई पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा- मैं तो शुरू से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को ललचाई नजरों से देखती थी कि वो बीजेपी में कब आएंगे। वे भाजपा के लिए बने थे, लेकिन गलती से कांग्रेस में पहुंच गए थे। आखिरकार उन्होंने वही किया जो पूर्व में अम्मा महाराज ने किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- मैं हिमालय से चलकर आई हूं। कुशाभाऊ ठाकरे ने अपनी तपस्या से जनसंघ को खड़ा किया था। जनसंघ की छवि बहुत अच्छी थी, लेकिन इसमें इतनी शक्ति नहीं थी कि वह कांग्रेस को हरा सके। यह शक्ति राजमाता सिंधिया में थी, लेकिन उस वक्त राजमाता सिंधिया कांग्रेस में थीं।
उस समय कांग्रेस का अत्याचार बढ़ गया था। इसके चलते राजमाता सड़क पर आ गई थीं। उन्होंने जनसंघ के साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार गिरवा दी। ठीक उसी तरह एक बार फिर उनके ही परिवार के सदस्य ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस के बढ़ते अत्याचार को रोकने के लिए वह भी अम्मा महाराज की तरह सड़क पर उतरे और कांग्रेस की सरकार गिराई।
जरूरी नहीं महाराज कहो, भैया भी कह सकते हो
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा- कई लोगों ने मुझे कहा कि हम सिंधिया जी को महाराज कहते हैं। क्यों कहते हो, अगर आप उन्हें भैया भी कहोगे, बेटा भी कहोगे, वह तब भी उतने ही खुश होंगे। आप लोग उन्हें महाराज कह देते हो, इसलिए वह हामी भर देते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया सौम्य व्यवहार वाले हैं, जबकि उनकी तुलना में मेरा एटीट्यूड ज्यादा खराब रहता है। ज्योतिरादित्य उसी अम्मा महाराज के परिवार से हैं, जिन्हें पागल महिलाओं के साथ रखा गया, लेकिन अम्मा महाराज ने माफी नहीं मांगी। कुल मिलाकर मप्र में पहली बार भाजपा की सरकार बनने में सिंधिया वंश का हाथ था और अंत में मिट गई और फिर बनी, उसमें भी सिंधिया वंश का हाथ रहा है।
मोदी जी ने पहला चुनाब 65 में लडा,मेरे पास बहुत समय बांकी
उमा भारती ने कहा कि मुझे, 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ना था। सीटें भी डिस्कस हो रही थीं। इस बीच वह 22 जनवरी को अयोध्या गई, जहां मुझे गंगा जी के सफाई के अधूरे काम की प्रेरणा मिली। मुझे लगा कि मुझमें सत्ता का लोभ आ रहा है। अयोध्या में मुझे गंगा के शेष बचे काम को भागीरथ बनकर पूरा करने की प्रेरणा मिली।
इसलिए मैंने 2024 का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेते हुए दो साल के भीतर गंगा के अधूरे कार्य को पूरा करने का प्रण लिया। मुझे टिकट नहीं मिला, ऐसा नहीं है। मेरी उम्र 65 साल की है और मोदी जी पहला चुनाव 65 की उम्र में लड़े थे। अभी मेरे पास बहुत समय बाकी है। अम्मा महाराज की तरह मैंने भी भाजपा पार्टी को अपने खून से सींचा है, इसलिए मैं सिंधिया के कहने पर हिमालय से वोट मांगने आई हूं।
मोदी जी ने अपनी टीम के लिए शिवराज का चयन किया
उन्होंने कहा कि राम आ गए हैं, अब राम राज्य आना बाकी है। भगवान राम को भी राम राज्य लाने के लिए सहयोगियों की जरूरत पड़ी थी। इसी तरह अब मोदी जी को रामराज्य लाने के लिए सहयोगियों की आवश्यकता पड़ेगी। मोदी जी ने अपनी टीम के लिए शिवराज सिंह चौहान का चयन कर लिया है।
दोनों मां-बेटे जमानत पर हैं, कब जेल चले जाएं
उन्होंने कहा- इस मंच से कांग्रेस के बारे में आपने नहीं सुना, क्योंकि कांग्रेस लायक ही नहीं हैं। कांग्रेसी लोकतंत्र की बात करते हैं। इस देश में इमरजेंसी कांग्रेस लाई थी, क्योंकि इंदिरा गांधी को अपनी कुर्सी बचानी थी। देश में इमरजेंसी लागू कर दी। हिन्दू सिख के दंगे, भारत-पाकिस्तान का विभाजन, सब कांग्रेसियों के समय हुआ है। उन्होंने राहुल-सोनिया गांधी का नाम नहीं लेते हुए कहा कि दोनों मां-बेटे जमानत पर हैं। दोनों पर भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं। कब जेल चले जाएं नहीं पता।
अधर्मियों की जेब काटकर उनके पैसे जनता को दिलवाए – सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अब लाड़ली बहनों के खाते में सीधे 1250 आ रहे हैं। अगले पांच सालों में यह राशि 3 हजार हो जाएगी। भाजपा सरकार में कोई कटिंग नहीं हो रही है, क्योंकि अब जेबकतरों की जेब मोदी ने काट कर उन्हें जेल में डाल दिया है। अगर 2020 में मैंने सरकार न बदली होती तो ऐसा नहीं होता। उन्होंने कांग्रेस की जेब काटकर उनका पैसा आपकी जेब में डलवा दिया। मैंने अधर्मियों के साथ सही किया तो भाजपा को आने वाली 7 मई को वोट करें।
