खुशियां बदली मातम में: बहन की शादी के दिन अटैक आने से भाई की मौत, एक ही घर में उठी अर्थी और डोली

शिवपुरी। खबर जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र से आ रही है। जहां ग्राम चौकी में शादी की खुशिंया मातम में बदल गईं। जिस घर में शहनाईंया बजनी थी बहां अ​र्थी उठने से सारी खुशिंया मातम में तब्दील हो गईं। ग्राम चौकी में बहन की शादी के दिन ही भाई की मौत हो जाने से घर में डोली की जगह अर्थी उठी है। यहां बीते रोज जिस युवक की मौत संभवत हार्ट अटैक से हो गई थी उसी दिन उसकी बहन की डोली उठनी थी। उस घर से बहिन की डोली और भाई की अर्थी उठ गई। इस पूरी घटना के बाद अब पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

जानकारी के अनुसार बीते 30 मार्च को ग्राम चौकी निवासी हक्के जाटव की बेटी की बारात आनी थी। ऐसे में परिवार का हर सदस्य शादी की खुशियों में मग्न था। इसी क्रम में हक्के का बेटा श्रीलाल उम्र 35 साल भी बहन की शादी की तैयारियों में लगा व्यस्त था। रात के समय घर में नाच-गाना चल रहा था तभी अचानक श्रीलाल के घबराहट हुई और उसे सीने में दर्द होने लगा।

श्रीलाल की तबीयत बिगड़ती देख उसके रिश्तेदार और परिवार वाले उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर आए। जिला अस्पताल में श्रीलाल की गंभीर स्थिती को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। ऐसे में हक्के के घर में शादियों क खुशियां मातम में तब्दील हो गईं। वहीं दूसरी ओर एक समस्या खड़ी हो गई थी कि एक ही घर में एक दिन में अर्थी और डोली कैसे उठे। इस पर रिश्तेदारों ने सार्वजनिक सहमती से यह निर्णय लिया कि बेटी की शादी किसी रिश्तेदार के घर से करेंगे।

बताया जा रहा है कि इसके बाद हक्के की बेटी को रात में ही उसके किसी रिश्तेदार के घर भेज दिया गया। शनिवार को वहां सिर्फ शादी की रस्म अदा की गई। इधर घर से बेटी की विदा होने के बाद बेटे के शव का शनिवार को घर ले जाया गया और जिस चौखट से बहन की डोली उठनी थी, उस चौखट से भाई की अर्थी उठाई गई। इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र में गम का माहौल है।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *