काव्या अपहरण मिस्ट्री: इंदौर में रची गई थी अपहरण की साजिश,दोस्त के घर की किचिन में खींचे थे फोटो,पिता बोला – पुलिस बेटी तो नहीं खोज पाई,किडनैपर की कहानी पर भरोसा

शिवपुरी। कल से जो मामला सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा वह मामला था बैराड के लॉर्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड की 20 साल की बेटी के अपहरण की मिस्ट्री। इस मामले में जैसे जैसे पुलिस आगे बढी यह मिस्ट्री सुलझने की जगह और उलझती चली गई।
पढिए परत दर परत पूरा मामला
दरअसल बीते 18 मार्च को बैराड निवासी स्कूल संचालक रघुवीर धाकड के मोबाईल के बाट्सएप पर एक नंबर से फोटो आए। जिसमें उनकी बेटी के चार फोटो थे। इन फोटो में उसकी बेटी एक गोदाम में बंधी हुई दिखाई दे रही है। उसके मुंह से खून निकल रहा था। इस फोटो के नीचे आरोपी ने लिखा कि अगर बेटी जिंदा चाहिए तो 30 लाख रूपए अकाउंट में भेज दे। आरोपीयो से पिता ने कहा कि वह इतने पैसे कहा से लाएगा। जिसपर से आरोपीयों ने उससे कहा कि कही से भी लेकर आए वह पैसे इस खातें में भेज दे नहीं तो अगली बार बेटी का विना सिर का फोटो आएगा। इस मामले में पिता ने तत्काल शिवपुरी पुलिस को पूरी घटना बताई। शिवपुरी पुलिस ने इन फोटों की गंभीरता को समझा और तत्काल कोटा पुलिस से संपर्क किया।
कोटा में रहकर नीट की पढाई कर रही थी
पिता रघुवीर धाकड ने बताया कि उसकी बेटी कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही है। उसकी मां उसका एडमीशन कराकर आई थी। उसके बाद से लगातार पिता के नंबर पर कोचिंग से मैसेज आते रहते। जिसमें उसके टैस्ट और अन्य बातों का जिक्र होता रहता। बेटी की मां ने बताया है कि जिस रात बेटी का अपहरण हुआ उससे कुछ घंटे पहले ही उसकी बेटी से बात हुई थी और उसने बताया कि वह कोचिंग से घर आ गई है और होली पर घर आएगी।
जिसके चलते पुलिस ने इस मामले में 20 साल की छात्रा के अपहरण की खबर से चौकन्नी हो गई। कोटा एसपी अमृता दुहान ने इस मामले को बडी ही गंभीरता से लिया और मामले की जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस ने जिस नंबर से फोन आया उसकी तलाश की और एक इंदौर के युवक को राउण्डअप किया। यह युवक पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा।
फैक्ट चैक करने में पुलिस भी सोचने पर मजबूर हो गई
इस मामले में जब पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा और अपनी जांच शुरू कोचिंग सेंटर से ही की। पुलिस पिता को लेकर कोचिंग सेंटर पर गई। जहां जाकर पुलिस ने पता किया तो सामने आया कि बेटी का तो इस कोचिंग में कोई एडमीशन ही नहीं था। जिसके चलते यह मामला संदेहाष्पद हो गया। परंतु मामला अपहरण से जुडा हुआ था तो पुलिस हर कदम फूंक फुंक पर चल रही थी। जिसके चलते पुलिस ने फिर से क्रॉस बेरीफिकेशन के लिए उसके हॉस्टल पहुंची। जहां हॉस्टल में पता किया तो हॉस्टल के संचालक ने जो बताया वह और भी ज्यादा चौकाने बाला सामने आया।
हॉस्टल संचालक से पुलिस ने पहले काव्या के नाम को लेकर जानकारी चाही तो हॉस्टल संचालक ने स्पष्ट कर दिया कि काव्या धाकड नाम की कोई भी युवती उसके हॉस्टल में नहीं रहती। जिसपर से पुलिस ने हॉस्टल संचालक को युवती की फोटो दिखाई तो उसने यहां रहना तो दूर उसने तो इसे देखा तक नही।
उसके बाद शुरू हुई पुलिस की असली जांच
बताया गया है कि एक के बाद एक दो मामलों के क्रॉस बेरीफिकेशन में पुलिस के हाथ सिर्फ निराशा लगी। जिसके चलते पुलिस को यह क्लीयर हो गया कि इस मामले में कुछ तो गडगड है। बस फिर क्या था पुलिस ने राउण्डअप किए युवक से शक्ति से पूछताछ की तो युवक टूट गया और उसने पुलिस को पूरा मामला परत दर परत बताया।

क्या बताया साथी दोस्त ने
कोटा एसपी अमृता दुहान ने बताया है कि उसके साथी ने बताया है कि यह पूरी कहानी इंदौर से ही रची गई है। इस कहानी में उसके साथ तीन किरदार है। यह तीनों पहले जब वह इंदौर में रहती थी तभी से संपर्क में है। युवक ने बताया है कि छात्रा महज कोटा में एडमीशन की बात कहकर घर बालों को गुमराह कर रही थी। वह तो मां के बैराड बापस जाने के बाद से ही बापस इंदौर पहुंच गई और वहां रहने लगी।
तभी युवती ने अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर योजना बनाई कि वह यहां भारत मेें तो बोर हो गए है। अब वह विदेश में रहकर पढाई करेंगे। परंतु विदेश जाने के लिए उन्हें पैसे की आवश्यकता होगी। जिसके चलते उन्होंने प्लान किया कि छात्रा के पिता स्कूल संचालक भले ही है। परंतु वह बेटी को बेहद प्यार करते है। अगर वह बेटी के इस तरह के फोटो देखेंगे तो तत्काल पैसे भेज देेंगे। बस इसी के चलते उन्होंने दोस्त के मकान में किचिन में यह फोटों खीचें और पिता को भेज दिए।
सुनिए क्या कहा कोटा एसपी अमृता दुहान ने
सिंधिया के फोन के बाद मामला हाई्प्रोफाईल हो गया
यहां बता दे कि यह मामला बैसे तो मीडिया के चलते हाईलाईट इतना हो गया था कि इस मामले में अब आरोपीयों को भागना बेहद मुश्किल था। परंतु इस मामले को लेकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीडित पिता को फोन लगाकर शात्वनां दी थी। उसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर राजस्थान सीएम भजन लाल शर्मा से बात करते हुए बेटी को सकुशल बापस दिलाने की बात कही थी।
पिता का बयान,बेटी तो नहीं खोज पाई,पुलिस को दोस्त पर भरोषा
इस मामले में अब पिता ने अपनी शोसल मीडिया पर एक पोस्ट डाली है। जिसमें पिता ने पुलिस की कार्यवाही पर सबाल खडे किए है। पिता ने शोसल मीडिया पर लिखा है कि आदरणीय बेटी तो मिली नही एक तरफ फिरौती मांगने बाला गला काटने की कह रहा है। आप कह रहे है पढ़ाई के लिए पैसे मांगने की बात कर रहे है। बेटी आने पर क्या बयान देगी तभी तो पता चलेगा। आप किडनै पर के दोस्त की बात मान रहे है। एसपी साहब भी किडनैपर के दोस्त या भाई की बयानबाजी पर बोला रहे है। में अभी कोटा में बैठा हुआ हूं। किडनैपर एवम बेटी अभी तक पुलिस के हाथ नही लगे है।

सुनिए पिता से फोन लगाकार क्या बात की केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने