देखिए किस तरह भगवान का रूप होते है डॉक्टर,मासूम की आंख में फंस गया था लकडी का टुकडा,डॉ गिरीश चतुर्वेदी ने सुरक्षित निकाला

शिवपुरी। कहते है कि डॉक्टर भगवान का रूप होते है। कुछ दिनो पहले भी शिवपुरी के डॉक्टर गिरीश चतुर्वेदी उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने एक मासूम की आंख से जिंदा कीडा निकाला था। अब एक बार फिर से सुर्खियों में है। शिवपुरी के जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर गिरीश चतुर्वेदी के पास कल सिंह निवास गांव से एक 9 साल के देशराज जाटव को लाया गया। देशराज जाटव की आंख में खेलते खेलते एक लकडी का टुकडा घुस गया और वह आंख में बुरी तरह से फंस गया। परिजन उसे लेकर डॉ गिरीश चतुर्वेदी के पास पहुंचे और उसका आपरेशन कर इस टुकडे को निकाला। अब मासूम की आंख पूरी तरह से सुरक्षित है।
डॉ गिरीश चतुर्वेदी का एक वीडियों पहले भी सामने आया था। जिसमे वह एक मासूम की आंख से जिंदा कीडे को निकाल रहे थे। इस वीडियों को स्वतंत्र शिवपुरी के 5 मिलियन दर्शकों ने देखा था। अब उनका यह एक और बडी सफलता सामने आई है। इस मामले में डॉक्टर गिरीश चतुर्वेदी ने बताया है कि इस मामले में मासूम बच्चे ने उनका पूरा सहयोग किया। जिसके चलते वह इस आपरेशन को करने में सफल हुए है। यह बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है और उसकी आंख भी बच गई है।
डॉ गिरीश चतुर्वेदी का कहना है कि बच्चे के परिजन उसे समय रहते हमारे पास ले आए थे तथा आंख की स्थिति को देखते हुए रात में ही ऑपरेशन करके लकड़ी को बाहर निकाला। कॉर्निया की डैमेज परत को फिर व्यवस्थित करके टांके लगाए। डॉक्टर ने बताया कि यदि टांके में कोई लीकेज हो जाता है तो आंख में धुंधलापन आ जाता है। इसलिए पट्टी खोलने के बाद बच्चे का विजन व दृष्टि को जांचना जरूरी था। इसलिए रविवार की सुबह जब बच्चे की आंख की पट्टी खोली बच्चे को सब कुछ स्पष्ट नजर आ रहा था तथा उसके विजन में भी किसी तरह का कोई डिस्टरबेंस या धुंधलापन नहीं था