जिले में डेंगू का कहर: नेता चुनाव में व्यस्त,जिम्मेदार महामारी के इंतजार में, एक माह में 100 से अधिक मामले आए सामने

सतेन्द्र उपाध्याय@ शिवपुरी। इस दिनों शिवपुरी जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढता जा रहा है। एक के बाद एक कई मामले सामने आज जाने के बाद जिम्मेदार आखें बंद कर तमाशा देख रहे है और नेताजी चुनावों में व्यस्त है। जिसके चलते शहर में एक के बाद एक मरीजों का आंकडा बढता जा रहा है। इस दौरान शहर के जिम्मेदार सीएमएचओं आंखे बंद कर तमाशा देख रहे है।

​जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले की बात करें तो जिले में एक साथ ही मौसम बदलने के चलते अचानक डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है। लगातार जिला चिकित्सालय,मेडीकल कॉलेज और शहर के प्रायवेट अस्पतालों में एक साथ डेंगू के मरीजों की तादात बढ रही है। इतना ही नहीं कई मरीज तो ग्वालियर के प्रायवेट अस्पतालों में जिंदगी और मौत से झूझ रहे है।

हालात यह हो गए है कि शिवपुरी के जिला चिकित्सालय में लगभग प्रतिदिन 15 से 20 मरीज ऐसे आ रहे है जिनके लगातार प्लेट्सलेट काउंट कम हो रहे है। जिन्हे डॉक्टर सजेस्ट करने के बाद इनकी डेंगू की जांच करा रहे है। साथ ही मेडीकल कॉलेज में लगभग 1 माह में 50 से अधिक मारीजों का उपचार किया जा चुका है।

परंतु इस बीमारी से लडने के लिए स्वास्थय विभाग ने मलेरिया विभाग अलग से बना रखा है। परंतु इस विभाग की मोनीटरिंग नहीं होने के चलते इस विभाग के जिम्मेदारों ने इस पॉजीटिव आ रहे मरीजों के घर तक पहुंचकर लोगों को जागरूक करने और इस मच्छर के लार्वा को खत्म करने की प्लानिंग तक नहीं की है। जिसके चलते यह आंकडा दिन व दिन बढता जा रहा है। कई मारीजों की हालात तो यह है कि वह उपचार के लिए ग्वालियर के प्रयावेट अस्पतालों में लड रहे है।

सबसे ज्यादा मरीज बैराड से आ रहे है
बताया जा रहा है कि डेंगू का डंक ​बैसे तो जिले भर से सामने आ रहा है। परंतु दूसरी और बैराड क्षेत्र से इस बीमारी के मरीजों की संख्या ज्यादा आ रही है। सरकारी आंकडों के अनुसार बैराड क्षेत्र से लगातार मरीज आ रहे है। परंतु विभाग के जिम्मेदार यहां शांत बने बैठे है। आज बैराड क्षेत्र के योगेश शर्मा निवासी बैराड गांव रोड की अचानक प्लैटलेट काउण्ट 20 हजार रह जाने पर उसे तत्काल ग्वालियर रैफर किया गया है। ऐसे ही गई पैसेंट सामने आ चुके है।

इनका कहना है
यह आप जो बता रहे है इसका रिकॉर्ड हमारे पास भी होगा। परंतु इस तरह के चिन्हित क्षेत्र से मरीजों के नाम हमारे पास नहीं आए है। आप हमें स्थान बता दे हम टीम भेज देते है।
पवन जैन, ​सीएमएचओं, शिवपुरी।

एक माह के रिकॉर्ड की बात करें तो हमारे पास इसका सही आंकडा तो लैव में ही मिलेगा। परंतु अगर लगभग आंकडे की बात करें तो एक माह में लगभग 15 मरीज हमारी लेव में पॉजीटिव आ चुके है।
नीलेश चवान,लैव इंचार्ज मेडीकल कॉलेज शिवपुरी।

इन दिनों सबसे ज्यादा मरीज बैराड क्षेत्र से सामने आ रहे है जिनके प्लेट्सलेट काउण्ट कम हो रहे है। जिसके चलते लगभग 8 मरीज जो पॉजीटिव है वह हमारे मेडीकल कॉलेज में भर्ती है और लगभग आधा सैंकडा मरीजों को हम स्वस्थ कर डिस्चार्ज कर चुके है।
डॉ रीतेश यादव,एमडी,प्रोफेसर मेडीकल कॉलेज शिवपुरी।

एक स्थान विशेष का आंकडा तो नहीं बता सकते,परंतु ​हमारे अस्पताल में लगभग 10 से 12 पॉजीटिव मरीज एक माह में आ चुके है जिन्हें मेने देखा है। अन्य साथी डॉक्टरों ने जिन मरीजों का उपचार किया है वह आंकडा वह ही बता पाएंगे।
डॉ दिनेश राजपूत,एमडी, जिला चिकित्सालय शिवपुरी।

डेंगू का क्या है लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं, इसमें शामिल हो सकते हैं:
अचानक तेज बुखार (105 डिग्री),गंभीर सिरदर्द,आँखों के पीछे दर्द,गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द,थकान,जी मिचलाना,उल्टी आना,दस्त होना,त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं,हल्का रक्तस्राव (जैसे नाक से खून बहना, मसूड़ों से खून आना, या आसान चोट लगना), कभी-कभी, डेंगू बुखार के लक्षण हल्के होते हैं और यह फ्लू या अन्य वायरल संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। छोटे बच्चों और जिन लोगों को पहले कभी संक्रमण नहीं हुआ है, उनमें बड़े बच्चों और वयस्कों की तुलना में हल्के मामले होते हैं। हालांकि, उनमें गंभीर समस्याएं विकसित हो सकती हैं। इनमें डेंगू रक्तस्रावी बुखार, तेज बुखार, लसीका और रक्त वाहिकाओं को नुकसान, नाक और मसूड़ों से खून बहना, यकृत का बढ़ना (लिवर बढ़ना) और परिसंचरण तंत्र या वाहिकातंत्र की विफलता जैसी दुर्लभ जटिलता शामिल है।

डेंगू बुखार की रोकथाम कैसे करें ?
डेंगू बुखार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका संक्रमित मच्छरों के काटने से बचना है। मच्छरदानी का प्रयोग करें, यहाँ तक कि घर के अंदर भी,जब बाहर हों, तो लंबी बाजू की शर्ट और मोज़े में लंबी पैंट पहनें। घर के अंदर, यदि उपलब्ध हो तो एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि विंडो और डोर स्क्रीन सुरक्षित हैं और छिद्रों से मुक्त हैं। यदि सोने के क्षेत्र में स्क्रीनिंग या वातानुकूलित नहीं है, तो मच्छरदानी का उपयोग करें। अगर आपको डेंगू के लक्षण हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

मच्छरों की आबादी को कम करने के लिए उन जगहों से छुटकारा पाएं जहां मच्छर पनप सकते हैं। बाहरी पक्षी स्नान और पालतू जानवरों के पानी के व्यंजनों में नियमित रूप से पानी बदलें, बाल्टियों से स्थिर पानी को खाली करें। यदि आपके घर में किसी को डेंगू बुखार हो जाता है, तो मच्छरों से खुद को और परिवार के अन्य सदस्यों को बचाने के प्रयासों के बारे में विशेष रूप से सतर्क रहें। संक्रमित परिवार के सदस्य को काटने वाले मच्छर आपके घर में दूसरों को संक्रमण फैला सकते हैं।

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