ये है मंत्री राठखेडा का विकास: मुक्तिधाम और कब्रिस्तान में लाइट तक नही, अंधेरे में होते है अंतिम संस्कार

पोहरी । एक और तो मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार लगातार विकास के कई मुद्दे गिना रही है। पोहरी में राज्यमंत्री लगातार विकास की बात कह रहे है परंतु धरातल पर हालत बद से बदतर है यहां जिंदा तो छोड़ो मुर्दों को भी शुकून से अंतिम संस्कार भी नसीब नही हो पा रहा है।

पोहरी विधानसभा के
ग्रामीण अंचल में मुक्तिधामों सहित कब्रिस्तान में ग्रामीणों को टीनशेड और पर्याप्त रोशनी ने होने के चलते ग्रामीणों को परेशानियों के दौर से गुजरते अक्सर देखा होगा लेकिन पोहरी नगर परिषद होने के बावजूद यहां के मुक्तिधाम सहित कब्रिस्तान पर न ही टीनशेड की व्यवस्था की गई है और न रोशनी की।

मामला शुक्रवार की रात का है जहां पोहरी कस्बे के कब्रिस्तान में एक किशोरी की मौत के बाद उसके शव को रोशनी के अभाव में टॉर्च के सहारे दफनाया गया। दरअसल वार्ड क्रमांक 4 नयागांव की रहने वाली 15 साल की नेहा पुत्री नजीर हुसैन आज दोपहर घर के पास कुएं पर पानी भरने के लिए गई हुई थी। इसी दौरान उसकी मौत कुएं में डूबने से हो गई थी। परिजन सहित पुलिस देर शाम तक पोस्टमार्टम सहित अन्य कागजी कार्यवाही में लगे रहे थे। इसी के चलते रात के समय पोहरी किला के पास स्थित कब्रिस्तान में किशोरी के दफनाने की प्रक्रिया रोशनी न होने के चलते टॉर्च के सहारे पूरी की गई।

9 हजार की आबादी, एक मंत्री दो दर्जा प्राप्त मंत्री का गढ़ पोहरी
नगर परिषद पोहरी की जनसंख्या 9 हजार से भी ज्यादा है। पोहरी को नगर परिषद को बने कई वर्ष गुजर चुके हैं इसके बावजूद पोहरी कस्बे के मुक्तिधाम और कब्रिस्तान के हाल दूरदराज के गांव जैसे बने हुए है यहां न ही टीनशेड की व्यवस्था की गई है और न ही रोशनी सहित पीने और बैठने की व्यवस्था की गई है। यही वजह है कि बारिश के दिनों में अंतिम संस्कार और दफनाने की प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए जरूरत की सामग्री के साथ तिरपाल को भी ले जाया जाता है। इस कस्बे की खास बात है कि यहां के वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक व राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ हैं इसके अतिरिक्त पोहरी से पूर्व विधायक प्रह्लाद भारती और नरेंद्र विरथरे को मध्यप्रदेश सरकार ने वर्तमान में राज्य मंत्री का दर्जा दे रखा है इसके बावजूद आमजन की मुख्य समस्या को दूर करने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

कमीशन के खेल में एक साल में बदल गए 11 CMO
नगर परिषद में वर्तमान में किसी भी अधिकारी को सीएमओ नहीं बनाया गया है। बताया गया है कि एक साल के भीतर 11 सीएमओ के तबादले पोहरी नगर परिषद से हो चुके हैं। बता दें, 12 दिसम्बर 2021 को 88 लाख रुपये का ठेका नगर परिषद पोहरी ने एक ठेकेदार को मुक्तिधाम में निर्माण कार्य करने के लिए दिया था लेकिन घटिया निर्माण के चलते नगर परिषद के जनप्रतिनिधियों ने यह कार्य रुकवा दिया था। तभी पोहरी के मुक्तिधाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है वहीं कब्रिस्तान में व्यवस्था बनाने के लिए कोई कदम ही नहीं उठाए गए हैं।

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