घनघोर जंगल में प्रसब पीडा से कराह रही थी प्रसूता,108 के स्टाफ ने जंगल में एम्बुलेंस रोककर कराया सुरक्षित प्रसब

शिवपुरी। खबर जिले के नरवर सतनवाडा मार्ग के घनघोर जंगल से आ रही है। जहां आज एक 108 एम्बुलेंस के स्टाफ की सूझबुझ के चलते घने जंगल में उन्होने महिला का सुरक्षित प्रसब कराया है। इसके बाद जच्चा-बच्चा को सुरक्षित एंबुलेंस के स्टाफ ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।

बता दें कि प्रसूता को नरवर स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल लाया जा रहा था इसी दौरान प्रसूता तेज प्रताप पीड़ा उठने लगी थी एंबुलेंस के ईएमटी ने एंबुलेंस में ही सुरक्षित परिषद कराया। इसके बाद जच्चा-बच्चा जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में भर्ती कराया गया है जहां दोनों सुरक्षित हैं।

जानकारी के अनुसार दावरअली गांव की रहने वाली 24 वर्षीय प्रसूता आशा पाल पत्नी ब्रज पाल को प्रसव पीड़ा के बाद परिवार ने नरवर स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए भर्ती कराया था। लेकिन नरवर स्वास्थ्य केंद्र में सुरक्षित प्रसव न हो पाने के चलते से आशा पाल को जिला अस्पताल के लिए आज शाम रेफर कर दिया गया।

108 एम्बुलेंस ईएमटी संजीव तोमर और पायलट अर्जुन सिंह पसुता को लेकर जिला अस्पताल की ओर आ रहे थे। इसी दौरान प्रसूता को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। इसके चलते पायलट अर्जुन सिंह ने एंबुलेंस को नरवर-सतनबाड़ा मार्ग झिरना क्षेत्र से कुछ किलोमीटर दूर एम्बुलेंस को रोक दिया और ईएमटी संजीव तोमर के द्वारा एंबुलेंस में ही प्रसूता का सुरक्षित प्रसव कराया।

इसके बाद जच्चा बच्चा को तत्काल जिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में भर्ती कराया गया। ईएमटी संजीव तोमर ने बताया कि एंबुलेंस में प्रसूता आशा पाल ने एक बेटे को जन्म दिया है। जच्चा बच्चा सुरक्षित हैं। आशा पाल के पहले से दो बेटियां थी और अब एकाएक जंगल में डिलीवरी के समय आशा के पति की सांसे थमी रही। जिला अस्पताल सुरक्षित पहुंचने के बाद ब्रजपाल ने ईएमटी और पायलट को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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