भाजपा के वर्तमान विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने दिया पार्टी से इस्तीफा,बोले भाजपा के मंत्री रिश्वत को चढाबा बोलते है, सिंधिया के आने से मूल कार्यकर्ता नाराज

शिवपुरी। रात्रि में 8 बजे के बाद वीरेन्द्र रघुवंशी के कार्यालय से प्रेस वार्ता के लिए जब से फोन आना प्रारंभ हुए तभी से शिवपुरी की राजनीति में हडकंप मच गया। आज सुबह 10 बजे उन्होंने अपने घर पर पत्रकारों को बुलाकर भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम दिया है। उनसे पूछा ​गया कि अब वह कौन सी पार्टी ज्यो​इन कर रहे है तो उन्होंने अभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से बातचीत के बाद कोई भी निर्णल लेने की बात कही।

भाजपा विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने अपने त्यागपत्र में लिखा, पूरे ग्वालियर-चंबल में मेरे जैसे कई कार्यकर्ता हैं, जिनकी उपेक्षा नवागत भाजपाई कर रहे। सूत्रों का कहना है कि रघुवंशी कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। हालांकि, रघुवंशी ने अभी तक ऐसा कुछ कहा नहीं है। रघुवंशी साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से नाराजगी के चलते कांग्रेस छोड़ी थी। अब भाजपा छोड़ने की वजह भी यही नाराजगी बनी।

रघुवंशी ने इस्तीफे में कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह कहते हुए कांग्रेस सरकार गिराई थी कि किसान कर्ज माफी नहीं की जा रही है, लेकिन उसके बाद से उन्होंने आज तक कर्ज माफी की बात नहीं की है। शिवपुरी जिले समेत पूरे प्रदेश में सहकारी बैंक में हो रहे घोटालों का जिक्र भी उन्होंने किया है। कहा है कि किसान परेशान हैं, लेकिन किसानों की बात सुनने वाला कोई नहीं है। प्रदेश भर में गोमाता के नाम पर वोट मांगे गए, लेकिन गोमाता की रक्षा-सुरक्षा के लिए कोई प्रावधान नहीं किए जाते हैं। 3.14 लाख करोड़ के बजट में गोमाता की रक्षा के लिए बजट नहीं आवंटित होता है। बार-बार आग्रह करने पर तीन से चार महीने बाद राशि दी जाती है।

उन्होंने कहा कि पार्टी में विधायक दल की बैठक और अन्य बैठक में प्रदेश हित के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की जाती, बल्कि भ्रष्टाचारियों का बचाव किया जाता है। मैं जनसेवक हूं, ऐसे वातावरण में अत्यंत घुटन महसूस कर रहा हूं और आहत हूं।

उन्होंने अपने इस्तीफे में शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का नाम लिए बगैर उन्हें भी घेरा। कहा है कि पूर्व में कई बार शिकायत हुई, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में उनके जैसे कार्यकर्ता उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेजे गए त्यागपत्र में विधायक रघुवंशी ने लिखा, शिवपुरी जिले और कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इसलिए की जा रही है, ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रुकावट पैदा कर सकें। मुझे और मेरे कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें। सरकार के मंत्री एवं प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब गए हैं।

शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने खुद मेरे विधानसभा क्षेत्र में रिश्वत मांगने के मामले में कहा कि मंदिर में भी प्रसादी चढ़ाते हैं, यह उसी तरह का नेग है और नेग तो देना पड़ेगा।’ भ्रष्टाचार ने प्रदेश को शर्मसार किया है, प्रशासन निरंकुश है, भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुनवाई नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं के संज्ञान में कई बार यह मामला लाया जा चुका है, लेकिन हर बार अनदेखी की गई है। जिसके चलते वह यह कदम उठाने को मजबूर हुए है। इसके साथ ही जब उनसे पूछा गया कि वह अब कहा से चुनाव लडने के मूड में है तो उन्होने यह कहकर बात को काट दिया कि अभी वह अपने समर्थकों और साथियों से बात करेेंगे उसके बाद किसी निर्णय पर पहुंचेगे।

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