रिश्वत बसूलने के बाद काम नहीं करने और फिर मारपीट करने बाले को कोलारस में थमा दिया चार्ज,कुर्सी से गायब, कारण पूछा तो मारपीट पर उतारू हो गया बाबू

कोलारस। इन दिनों कोलारस सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है। कोलारस में खुलेआम रिश्वतखोरी जारी है। अभी हाल ही में एक एक भ्रष्ट सीईओं को कोलारस के बदरवास में पदस्थ किया गया है जो चार बार लगातार लोकायुक्त के हाथों रिश्वत बसूलते हुए पकडे जा चुके है। इसी के साथ कोलारस में एक तहसील कार्यालय में एक ऐसे बाबू को पदस्थ किया गया है जो पिछोर में खुलेआम रिश्वत के लिए विख्यात रहे है। अब ऐसे बाबू के हाथों कोलारस तहसील की कमान है। काम तो ठीक है यह बाबू कुर्सी पर बैठने से भी कतराते है। आज सुबह 10 बजे भले ही कार्यालय खुल गया हो परंतु यह बाबू अपनी सीट पर 2 बजे तक नहीं पहुंच सके। जब 2 बजे के बाद वह पहुंचे तो परेशान लोगों ने उन्हें 2 बजे तक नहीं आने के बारे में कहा तो वह पब्लिक पर ही भडक गए।
जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में पिछोर से ट्रांसफर लेकर आए बाबू रूपेश जैन कोलारस में भी सुर्खियां बटोर रहे है। वह आने के बाद से महज कुछ मिनिट के लिए अपनी कुर्सी पर बैठे है। इसी बीच पब्लिक यहां अपने कामों के लिए भटकती घूम रही थी आज जब कुछ ग्रामीण जब 10 बजे से 2 बजे तक कई चक्कर लगा चुके थे परंतु बाबू की कुर्सी हर बार की तरह खाली ही मिली।
जब पब्लिक ने उससे कारण पूछा तो पब्लिक पर भडक गया और पब्लिक को धमकी देने लगा। इस मामले की शिकायत पीडित ग्रामीणों ने तहसीलदार सहित एसडीएम से की तो एसडीएम ने कई मामले में लिखित शिकायत पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
पिछोर मे लग चुके है रिश्वतखोरी के आरोप
यहां बता दे कि बीते लंबे समय से यह पिछोर मेें पदस्थ रहे है। जहां बीते 26 मार्च को शिवलाल उर्फ पप्पू पुत्र दुर्जना जाटव निवासी मुडिया ग्राम रही ने आरोप लगाया था कि इस बाबू रूपेश जैन ने भूमि इंद्राज दुरूस्ती के नाम पर उससे 40 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी। हद तो तब हो गई जब पीडित ने चपरासी बृजेश भरदेलिया के सामने इसे रिश्वत भी दे दी। परंतु रिश्वत के बाद भी इन्होंने उसका काम नहीं किया। जिसके चलते जब पीडित अपने पैसे बापस गया तो उसके साथ इस बाबू में मारपीट कर दी। इस मामले की शिकायत पीडित ने पुलिस थाना पिछोर में भी की थी। परंतु उसके बाद उक्त बाबू ने इस मामले में पीडित को धमकी देकर राजीनामा कर लिया।
इनका कहना है।
यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। में पता लगाता हूं कि बाबू 2 बजे तक कुर्सी पर क्यों नहीं था। साथ ही अगर किसी के साथ बाबू ने अभ्रदता की है तो में उसे दिखबा लेता हूं। जांच में अगर दोषी पाया गया तो उक्त बाबू के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
मोंतीलाल अहिरवार,एसडीएम कोलारस