संजय पहारिया बने सहकारिता संस्था भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित नेफेड के सदस्य

करैरा। अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA-International Cooperative Alliance) एशिया प्रशांत के अध्यक्ष एवं कृषक भारती सहकारी लिमिटेड (कृभको) के चेयरमैन डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव, नफेड के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने दिल्ली में आयोजित 65 वीं सामान्य निकाय की वर्षीय बैठक में शिवपुरी जिले के प्रतिष्ठित समाजसेवी, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष संजय पहारिया को भारत की सबसे बड़ी सहकारिता संस्था भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित नेफेड ने अपने सदस्य के रूप में नॉमिनेट किया हैं।
शिवपुरी जिले के निवासी संजय पहारिया पिछले 20 साल से व्यापार क्षेत्र में सक्रिय हैं और पिछले 7 साल से भारतीय व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष के रूप में अपना को प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इसके साथ ही पहारिया उत्तर प्रदेश में संघ का सहकार क्षेत्र में सबसे बड़ा संगठन सरकार भारती में झांसी महानगर का संगठन प्रमुख के तौर पर भूमिका निभा रहे हैं।
हाल ही में पहारिया ने हरिद्वार में योग गुरु बाबा रामदेव से मुलाकात से भी मुलाकात की थी और उन्हें शिवपुरी आने का आमंत्रण दिया था। बाबा रामदेव जिन्होंने योग के माध्यम से लाखों लोगों की जिंदगी बचाने वाले घर-घर में योग पहुचाने वाले दुनिया के सबसे बड़े योग गुरुओ में से एक पतंजलि उत्पादों के माध्यम से स्वदेशी उत्पादों को वरीयता दिलाने वाले है।
जिनका दुनिया भर में आज नाम है, बाबा रामदेव भेंट करने का मुख्य उद्देश्य ये हैं कि जिले के उत्पादन पतंजलि के माध्यम से देशभर में सप्लाई करने की योजना बनाई हैं, जिससे न केवल जिले बल्कि प्रदेश में भी रोजगार के नए आयाम बेरोजगार युवाओं को मिलेंगे। पहारिया इस समय उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित तमाम राज्यों में नेचुरल प्रोडक्ट पर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही सहकारिता एवं नेचुरल कृषि के क्षेत्र में भी अनेक काम कर रहे हैं।
भारत सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी माने जाते हैं और उन्होंने करेरा क्षेत्र के लिए भी कई विकास कार्यों का प्रयास किया है। करेरा में इंडस्ट्रीज एरिया की सौगात दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। आपको बतादें की भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित (National Agricultural Cooperative Marketing Federation of India / NAFED / नेफेड) भारत की बहु-राज्य सहकारी सोसायटीज अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत सहकारी संस्था है।
इसकी स्थापना गांधी जयंती के पावन अवसर पर 2 अक्तुबर, 1958 को की गई थी। नेफेड की स्थापना कृषि उत्पादों के सहकारी विपणन को बढ़ाने के लिए की गई थी ताकि किसानों को लाभ मिल सके। नेफेड के प्रमुख उद्देश्यों मॆं कृषि, उद्यान कृषि एवं वन उत्पाद का विपणन, संसाधन, भण्डारण की व्यवस्था करना, उन्नयन और विकास करना, कृषि यंत्रों, उपकरणों एवं अन्य प्रकार के उपकरणों का वितरण करना, अंतर्राज्यीय, राज्यांतर्गत, यथास्थिति थोक या खुदरा आयात-निर्यात व्यापार करना, भारत में इसके सदस्यों एवं सह्कारी विपणन, संसाधन एवं संभरण समितियों के उन्नयन एवं कृषि के लिए कृषि उत्पादन में सहायता और तकनीकी परामर्श देने का कार्य करना है।