कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष ने ब्लॉक अध्यक्ष को लाठी-डंडों से पीटा : गुटबाजी के चलते भिड़े कांग्रेसी,FIR दर्ज

शिवपुरी। नरवर में एक पार्टी के पदाधिकारी ने अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है बता दें कि जिलेभर में कांग्रेस पार्टी में चल रही गुटवाजी की बजह से ऐसा मामला कांग्रेस पार्टी में आए दिनों देखने को मिलता है जब से कई अन्य दिग्गज नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल होते जा रहे है तब स कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी हावी होती जा रही है।
विदित हो कि पिछले कुछ सालों में बसपा के कई दिग्गज नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इस बजह से बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का कांग्रेसियों के साथ मन मुठाव देखने को मिल रहा है ऐसा ही एक मामला नरवर में देखने को मिला है जहां पार्टी के पदाधिकारी ने अपनी पार्टी के पदाधिकारी के साथ मारपीट कर दी।
बताया गया है कि कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष कमल सिंह कुशवाह ने 31 मई को नरवर के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संजय हर्षाना के साथ लाठी-डंडों से मारपीट कर दी थी। जिससे संजय हर्षाना घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में आरोपी कमल सिंह कुशवाह के खिलाफ भादवि की धारा 294, 323, 506 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। इस मामले में जिला उपाध्यक्ष कमल सिंह कुशवाह ने ब्लॉक अध्यक्ष हर्षाना को आपराधिक प्रवृति का बताया गया है।
जानकारी के अनुसार पीड़ित ब्लॉक अध्यक्ष संजय पुत्र जगमोहन सिंह हर्षाना निवासी किशनपुर मगरौनी ने आज शुक्रवार को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 31 मई की रात करीब साढ़े 9 बजे हबीव खान के मकान में आयोजित पार्टी की बैठक लेकर अपने घर मगरौनी जा रहा था तभी धुबाई दरबाजे के पास कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष कमल सिंह कुशवाह मिल गया। जिसने उसे गंदी-गंदी गालियां देते हुए कहा कि तू अध्यक्ष बन गया तो क्या खुदा बन गया और उसने अपने साथ लाई लाठी से मुझ पर हमला कर दिया। जिससे मेरे दाहिने हाथ में डंडा लगने से चोट आ गई। इसके बाद उसने दूसरी लाठी उसकी गर्दन में मारी, जिससे उसने शोर मचाना शुरू किया तो वहां मौजूद अशोक रावत और रवि कोली आ गए, जिन्होंने उसे बचाया। इसके बाद आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देकर मौके से भाग गया।
मामले में जब मारपीट के आरोपी जिला उपाध्यक्ष कमल सिंह कुशवाह से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि ब्लॉक अध्यक्ष को आपराधिक प्रवृति का बताया और लूटपाट करने के साथ-साथ शराब पीने का भी आदी है। घटना वाले दिन वह शराब पीकर उत्पात मचा रहा था। जब उन्होंने उसे ऐसा करने से रोका तो वह मारपीट पर उतारू हो गया और उसने मेरे साथ मारपीट की।
बाद में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं ने पुलिस पर दबाव बनाकर मुझ पर झूठा मामला दर्ज करवा दिया। मैं मूल रूप से कांग्रेसी हूं। जबकि संजय हर्षाना बसपा से कांग्रेस में आए हैं। ऐसी स्थिति में मूल कांग्रेसियों की लगातार उपेक्षा की जा रही है और अन्य पार्टियों से आए नेताओं को तबज्जो दी जा रही है।