नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, जमकर नाचे श्रद्धालु, कृष्णमय हुआ पांडाल

शिवपुरी। शहर के श्री अनुसुइया आश्रम पर चल रही श्रीमद भागवत कथा में आज श्री श्री 1008 श्री रामकिशोर शरण दास जी महाराज अयोध्या बालों ने भगवान श्री कृष्ण जी के जन्म का वर्णन किया। कथा व्यास महंत श्री रामकिशोर शरण दास जी महाराज ने कथा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण का जब जेल में जन्म हुआ तो जेल के ताले टूट गये। पहरेदार सो गये।वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी जमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया। वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आये।
कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे।प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। इस दौरान पंडाल में भगवान श्री कृष्ण के जन्म की सुंदर झांकी निकाली गई। इस दौरान भगवान के जन्मोत्सव पर पूरा पांडाल नृत्य करते हुए भगवान के जन्म का उत्सव मनाते हुए दिखाई दिया।
कथा व्यास जी ने बताया कि जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। यहां पर जैसे ही श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धालु हरे राधा-कृष्ण के उद्घोष के साथ नृत्य करने लगे।
आयोजन ब्रजकिशोर कोठारी और कोठारी परिवार द्वारा महासती अनुसुइया आश्रम पर आयोजित की जा रही है, इस दौरान पूरा पांडाल भगवान के चरित्रों को कथा सुनकर भाव विभोर हो गया। इस दौरान आश्रम के महंत श्याम सुंदरानंद जी महाराज उपस्थित रहे