सिद्धेश्वर मेले में चल रहा था अवैध लॉटरी का खेल, 2 युवकों को जमकर पीटा, वीडियो वायरल

शिवपुरी। खबर शहर के फिजिकल थाना क्षेत्र के सिद्धेश्वर मेला परिषर की है।जहाँ सिद्धेश्वर बाणगंगा मेले का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि प्रतिबंधित लॉटरी खिला रहे कुछ लोगों ने देखने आए लोगों से झूमाझटकी और मारपीट की। वीडियो में पुलिस भी बीच-बचाव करती दिख रही है। यह वीडियो शहर में वायरल हो रहा है। हालांकि पुलिस में किसी ने शिकायत नहीं कराई है।
बिदित हो कि सिद्धेश्वर बाणगंगा मेले में अब से पूर्व जुआ और लॉटरी जैसा कोई कारोबार नहीं होता था लेकिन वर्तमान में सिद्धेश्वर बाणगंगा मेले में खुलेआम स्ट्राइकर युवा और लॉटरी गेमिंग का कारोबार चल रहा है शनिवार की रात मेले में घूमने आए लोगों को उस समय भारी अफरा तफरी का माहौल देखने मिला जब दो महिलाएं और उनके साथी परिजन कुछ जुआ खिलाने वाले लोगों को घेरे खड़े हुए थे और चिल्ला-चिल्लाकर बोल रहे थे कि इन्होंने हमारे 25 हजार ठग लिए तो दूसरे युवक का कहना था कि इन लोगों ने उसके 1 हजार रुपए स्ट्राइकर जुआ के खेल में फंसाकर छीन लिए।
महिला ने एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को पकड़ रखा था जो इनका पैसा इस गैंग से लेकर जमा कर रहा था। व्यक्ति ने अपना नाम लक्ष्मण भार्गव निवासी ग्वालियर बताया है। बताया कि यह मेला ठेकेदार के कार्य से जुड़ा हुआ है।
स्ट्राइकर का अजूबा रिंग के जरिए ईनाम जीतने के स्टॉल के ठीक पास रखें एक लोहे के ट्रक पर खुलेआम खिलाया जा रहा था। जब शोर-शराबा मारपीट में बदल गया तो मौके पर पुलिस भी आ पहुंची और पुलिस ने लक्ष्मण भार्गव नामक अधेड़ को पकड़ लिया उसके साथ एक और युवक को भी पकड़ा और यह लोग जाने लगे तभी एक महिला और एक पुरुष ने 25 हजार की नगद राशि इन जुआरियों द्वारा ठगे जाने का आरोप लगाते हुए चिल्लाना शुरू कर दिया।
मेला चौराहे पर पहुंचते ही अचानक पुलिस ने फरियादी झूमाझटकी कर दी। मामले को शांत कराने पुलिस को लातें भी बरसानी पड़ी। इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों ने पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाईल में कैद कर लिया। पकड़े गए लोगों को लेकर पुलिस मेले के अस्थाई कैंप में घुस गई। बमुश्किल 15 मिनट बाद ही पकड़े गए युवक छोड़ दिए गए जबकि फरियादी महिला और उसका बेटा अपने पैसों की वापसी की गुहार ही लगाते रह गए।
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि यहां न केवल रात को बल्कि दिन के समय भी लोगों को स्ट्राइकर का जुआ खिलाने का कारोबार कुछ लोग कर रहे हैं। यह लोग स्वयं भी ग्राहक बनकर आ जाते हैं और साथ में मेले से निकलने वाले लोगों को रुककर सिर्फ खेल देखने का आग्रह करते हैं। जब वह देखते हैं कि सामने वाला युवक 100 रुपए से 1000 जीत रहा है तो लालच में फंसकर वह भी अपनी पूंजी गंवा बैठते हैं जबकि होता यह है कि जो जीत रहा होता है वह इसी गैंग का सदस्य होता है।
हैरत की बात यह है कि मेले में पुलिस की मौजूदगी के बावजूद भरी भीड़ में इस तरह का गोरखधंधा उजागर होने के बावजूद भी इस गिरोह के सदस्यों को छोड़ दिया गया।
फिजिकल थाना प्रभारी अरविंद छारी का कहना कि इस प्रकार की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल को तैनात किया जाता है। हो सकता है मेले में हुए विवाद को मौके पर पुलिस ने शांत कराया हो। इसके बाद पीड़ित युवकों ने थाने में आकर शिकायत दर्ज नहीं कराई है।