बैंक खातों के जरिए धोखाधड़ी: पीएम सम्मान निधि के नाम खुलवाए बैंक खाते धारक को उठा ले गई राजस्थान पुलिस

बदरवास। शिवपुरी जिले के बदरवास थाना क्षेत्र के दीवट गांव कि है जहां में आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में एक आदिवासी को राजस्थान पुलिस अपने साथ उठा ली गई। आदिवासी पर एक लाख चार हजार रुपए का गबन का आरोप बताया गया था। आदिवासियों ने लिखित शिकायत कोलारस थाने में दर्ज कराई है। बता दें कि दीवट गांव में डेढ़ दर्जन आदिवासियों के बैंक खाते कोलारस की एक्सिस बैंक में लालच देकर खुलवाए गए थे। अब इन्हीं बैंक खातों के जरिए धोखाधड़ी कर पैसों का लेनदेन किया गया लेकिन खाता धारक इस बात से अनजान हैं।
जानकरी के आनुसार दीवट गांव के रहने वाले प्रकाश आदिवासी को राजस्थान पुलिस गिरफ्तार कर ले गई। प्रकाश पर आरोप था कि राजस्थान के बांसबाड़ा निवासी संजय गांधी के साथ एक लाख चार हजार रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई यह पैसा दीवट गांव के रहने वाले प्रकाश आदिवासी के खाते में आया था।
दीवट गांव लगभग डेढ़ दर्जन आदिवासी है जिनके प्रकाश आदिवासी की तरह ही बैंक खाता खोले गए थे। आदिवासियों ने बताया कि कुछ माह पहले इंदार थाना क्षेत्र के रहने वाले राहुल कुशवाह पुत्र मुकेश कुशवाह दिनेश कुशवाह पुत्र बाबूलाल कुशवाह और दिलीप कुशवाह पुत्र मुकेश कुशवाह दीवट गांव आए थे। जहां उन्होंने पीएम सम्मान निधि के नाम पर खाता खुलवाने की बात कही थी। इसके बाद वह गांव के आदिवासियों को अपने साथ कोलारस के एक्सिस बैंक ले गए थे।
जहां उन्होंने आदिवासियों के खाते खुलवा दिए थे। इसके बाद ना ही आदिवासियों को बैंक पासबुक मिली और ना ही उनके घर एटीएम आया। सभी आदिवासी इस बात को भुलाकर अपनी मेहनत मजदूरी में लगे रहे। लेकिन जब प्रकाश आदिवासी को राजस्थान की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया तो सारा मामला आदिवासियों को समझ में आ गया अब आदिवासियों को डर सता रहा है कि उनके नाम पर खोले गए खातों के साथ फर्जीबाड़ा न किया गया हो।
इसकी शिकायत आदिवासियों ने एकजुट होकर कोलारस थाने में दर्ज कराई है कोलारस थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने खातों की जांच करने के बाद कार्यवाही की बात कही है। उधर, राजस्थान के बांसवाड़ा थाने में पदस्थ रमेश कटारा ने बताया कि बांसवाड़ा के रहने वाले संजय गांधी के खाते से एक लाख चार हजार की ऑनलाइन ठगी की गई है और यह पैसे शिवपुरी जिले के रहने वाले प्रकाश आदिवासी के एटीएम से निकाले गए हैं।