5 साल की उम्र में हुआ हादसा,हाथ छाती से चिपक गया,55 साल बाद हुआ सफल ऑपरेशन

शिवपुरी। किसी की उम्र 5 साल हो उस समय उसका हादसा हुआ हो और अब 60 साल की उम्र में उसी हादसे का उपचार होकर आॅपरेशन हो तो आप भी चौक जाओगे। जी हां यह बाक्या हुआ है शिवपुरी में। जहां एक महिला का कल 60 साल की उम्र में जिला चिकित्सालय में आॅपरेशन कर उसका हाथ जो छाती से चिपका हुआ था उसे आज डॉक्टरो ने सफल आॅपरेशन के जरिए अलग किया है।
दरसअल 60 साल की बुजुर्ग महिला 5 साल की उम्र में एक हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में उसका एक हाथ छाती से चिपक गया था। बेटे ने लंबी तलाश के बाद जिला अस्पताल में एक सरकारी डॉक्टर की मदद से वर्षों से पीड़ा सहन कर रही अपनी बुजुर्ग मां को उसकी पीड़ा से निजात दिलाया।
जिला अस्पताल के डॉक्टर द्वारा एक बुजुर्ग महिला की कांटेक्ट रिलीज सर्जरी कर छाती से चिपका हाथ अलग कर दिया है। अब बुजुर्ग महिला अपने हाथ से वह काम कर सकेगी जो बचपन से नहीं कर पा रही थी। डॉक्टर का यह भी दावा है कि जिला अस्पताल में यह सर्जरी पहली बार की गई है।
बता दें कि लुकवासा कस्बे की रहने वाली नफीसा बानो का 5 साल की उम्र में एक हादसा हो गया था। इस हादसे में वह बुरी तरीके जल गई थी, जिससे उसका दाहिना हाथ छाती से चिपक गया था, उस समय सरकारी उपचार की इतनी वेहतर व्यवस्था नहीं थी और परिवार के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह महानगरों के प्राइवेट अस्पतालों में जाकर ऑपरेशन करा पाते, तंगी के चलते बुजुर्ग महिला ने अपने इस पीढ़ा के साथ 55 साल गुजार दिए। बुजुर्ग महिला इन 55 सालों में हाथ छाती से चिपक जाने के कारण अपने दैनिक दिनचर्या के काम तक नहीं कर पाई थी।
नफीसा बानो के बेटे अली हसन ने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते में अपनी मां का ऑपरेशन नहीं करा पा रहा था। लेकिन मैंने हार नहीं मानी थी। मैं ऐसे सरकारी डॉक्टर की तलाश में था जो मेरी मां का ऑपरेशन कर सके। कुछ दिन पहले मुझे पता लगा कि जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर पंकज गुप्ता मेरी मां की पीड़ा से उन्हें निजात दिला सकते हैं। इसके बाद में डॉक्टर पंकज गुप्ता से मिला था और मां के साथ हुए हादसे और उनकी पीड़ा के बारे में बताया था। डॉक्टर पंकज गुप्ता ने मां का निशुल्क ऑपरेशन जिला अस्पताल में करने का आश्वासन दिया था।
मैंने शनिवार को अपनी मां को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया था। जहां डॉक्टर पंकज गुप्ता ने आवश्यक टेस्ट करवाने के बाद अपनी टीम में शामिल डॉक्टर शालू जौहरी, डॉक्टर आदित्य दीवान के साथ मिलकर ऑपरेशन किया। अली हसन ने बताया कि मेरी मां के सफल ऑपरेशन के बाद परिवार के सभी सदस्य खुश हैं। इधर डॉक्टर पंकज गुप्ता का कहना है कि जिला अस्पताल में यह सर्जरी पहली बार की गई है। उनके अनुसार महिला पूरी तरह से स्वस्थ है और अब वह जल्द ही अपने हाथ से अपनी रोजमर्रा के सभी काम कर सकेगी।
