ओलाबृष्टि: जिले में बांटा 4 करोड 44 का मुआवजा,मंत्री राठखेडा की विधानसभा पोहरी को दिखा दिया ठेंगा

सतेन्द्र उपाध्याय @ शिवपुरी। जिले में बीते दिनो हुई असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि के कारण पूरे जिले में किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्वाद हो गई थी। इसमें आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले में 40 गांव के किसानों को चिन्हित कर उन्हें आज 4 करोड 44 लाख 69 हजार रूपए की राशि को सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के खातों में वितरित की। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी की एक किसान से बातचीत भी की है। परंतु इस दौरान मंत्री राठखेडा की विधानसभा के साथ नाइंसाफी की गई है। यहां किसानों को प्रशासन ने ठेंगा दिखा दिया है।

सबसे पहले पढिए शासन की और से जारी प्रेसनोट
शिवपुरी जिले में असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि के कारण 6 तहसील के 40 गांव में फसल क्षति हुई हुई थी जिसका तत्काल सर्वे शुरू किया गया। सर्वे के बाद राशि का आकलन कर भेजा गया जिससे किसानों को समय पर मुआवजा राशि दी जा सके। शुक्रवार को कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों को मुआवजा राशि का वितरण किया गया जिसमें शिवपुरी जिले के 2807 कृषक हितग्राहियों को कुल 4 करोड़ 44 लाख 69 हज़ार रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से मुआवजे के रूप में दी गई है।
शिवपुरी कलेक्ट्रेट के एनआईसी कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसान हितग्राहियों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संवाद भी किया। उन्होंने शिवपुरी जिले के बदरवास तहसील के ग्राम अलावदी निवासी महिला कृषक सविता यादव से भी चर्चा की।

राहत राशि के रूप में तहसील करैरा में किसानों को एक करोड़ 7 लाख, पिछोर में 41 लाख, खनियाधाना में 1 लाख 90 हज़ार, बदरवास में 80 लाख 81 हज़ार, कोलारस में 44 लाख 65 हज़ार और तहसील रन्नौद में एक करोड़ 41 लाख 70 हजार की मुआवजा राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से दी गई है। ओलावृष्टि के कारण किसानों की धनिया, सरसों, चना, मसूर, और गेहूं की फसल प्रभावित हुई। किसानों को उनकी मेहनत का पैसा मिले। उनके परिवार का भरण पोषण हो सके।

इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा तुरंत ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे के निर्देश दिए गए थे। दिए गए निर्देशानुसार कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी के नेतृत्व में टीम ने काम किया और जिले में 40 गांव चिन्हित हुए जिनमें फसल क्षति हुई। कार्यक्रम में एनआईसी कक्ष में जिला अध्यक्ष राजू बाथम, जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव, कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी, अपर कलेक्टर विवेक रघुवंशी सहित किसान हितग्राही उपस्थित रहे, जिन्हें मुआवजा राशि का वितरण किया गया है।

अब पढिए आखिर राठखेडा के साथ दौहरा व्यवहार क्यों
आज जारी प्रेस नोट में जिले की 6 तहसीलों को चिन्हित 40 गांव के ग्रामीणों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहत राशि वितरित की है। परंतु इसमें पोहरी विधानसभा को पूरी तरह से अछूता रखा गया है। यहां राज्यमंत्री सुरेश धाकड राठखेडा ओलावृष्ठि के दौरान स्वयं खेतों में उतरे थे। उसके बाद उन्होंने अधिकारीयो को निर्देशित किया था कि वह तत्काल नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट बनाकर भेजे और पटवारियों ने रिपोर्ट भी भेज दी। परंतु उसके बाबजूद भी राठखेडा की पोहरी,बैराड,नरवर तहसील में से किसी भी तहसील में एक फूटी कोडी का भी मुआवजा नहीं दिया गया है।

इनका कहना है
हमारे यहां तो ओलावृष्टि हुई थी। फिर ऐसा क्यों हुआ है इस संबंध में कलेक्टर से बात करता हूं।
सुरेश राठखेडा,राज्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन

यह कैसे संभव है,या तो पोहरी विधानसभा में ओलावृष्टि हुई नही होगी या फिर नुकसान 25 प्रतिशत से कम होगा,अब पोहरी विधानसभा को क्यों छोडा गया है यह तो वहां के एसडीएम ही बता पाएगें। में अभी क्लीयर करता हूं कि आखिर क्या कारण रहा है।
रविन्द्र कुमार चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी।

पोहरी विधानसभा में ओलाबृष्टि कब हुई थी। यह तो मेरी जानकारी में है ही नहीं,अब मंत्री जी कब गए मुझे तो नहीं पता,अब मेरा ट्रासंफर हो गया है।
राजन नाडिया,तत्कालीन एसडीएम पोहरी।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *