वार्ड 11 में गंदगी का अम्बार,पार्षद पर लगे निष्क्रियता के आरोप , चहेतों को उपक्रत करते है पार्षद

शिवपुरी। नवीन परिषद के गठन के बाद नगर पालिका से लेकर जिला प्रशासन तक शहर को स्वच्छ रखने के लिए अभियान चला रहे हैं और नपा द्वारा वार्डों में स्वच्छता को लेकर तमाम तरह के दावे किये गए हैं। लेकिन हकीकत कुछ ओर ही है। शहर के वार्ड क्रमांक 11 गली नम्बर 2 में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं और नालियां न होने के कारण घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर जमा हो रहा है।
यहां तक कि साफ-सफाई की व्यवस्था न होने के कारण लोगों ने खाली पड़े प्लॉटों को कचरा घर बना लिया है। जिससे वहां मक्खी मच्छरों के साथ-साथ कुत्ते और सुअरों ने अपना घर बना लिया है। इससे आमजन को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
वार्ड क्रमांक 11 के विजयपुरम कॉलोनी में पूर्व में सड़क और नाली के लिए लोग काफी परेशान थे। लेकिन नपा ने कॉलोनीवासियों को राहत देते हुए सीसी सड़क का निर्माण तो करा दिया। लेकिन सड़क के दोनों और नालियां नहीं बनवाई। जिससे घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर ही जमा हो रहा है। कॉलोनी के लोगों ने सड़क को पानी से बचाने के लिए अस्थाई रूप से पानी की निकासी का रास्ता बनाकर उसे वहां खाली पड़े प्लॉटों में छोड़ दिया है।
जिससे वहां गंदा पानी जमा हो रहा है। इन्हीं प्लॉटों में घरों का कचरा भी फेंक दिया जाता है। वार्ड के लोगों का आरोप है कि पार्षद नीलम अनिल बघेल की निष्क्रियता के कारण उन्हें इन समस्याओं को झेलना पड़ रहा है। नगर पालिका गली-गली कचरा उठाने वाली गाडियां भेजने का दावा करती है। लेकिन विजयपुरम कॉलोनी में कोई भी कचरा वाहन नहीं आता। जिस कारण कॉलोनी के लोग घर के कचड़े को प्लॉटों में फेंक जाते हैं। जिस कारण वहां बदबू फैल रही है और मच्छर मक्ख्यिों के साथ-साथ सुअरों को आतंक बढ़ गया है और गंदगी के कारण बीमारियां फैलने का भी अंदेशा भी काफी प्रबल हो गया है।
सिंध की लाइन ठीक करने के लिए खोदे गड्डे, लेकिन नहीं किया बंद
विजयपुरम कॉलोनी में सिंध की पाइप लाइन टूटने के कारण वहां पानी का फैलाव हो रहा था। जिसे कॉलोनीवासियों की शिकायत के बाद ठीक कराया गया और नपा ने ठेकेदारों के माध्यम से पाइप लाइन तो जुड़वा दी। लेकिन ठेकेदार ने खोदे गए गड्डे को बंद नहीं किया है, जो काफी लंबे समय से खुला पड़ा है। जिस कारण लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है और रात्रि में अंधेरा होने के कारण वहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
वार्डवासियों का पार्षद पर चहेतों को उपकृत करने का आरोप
वार्ड में रहने वाले कैलाश नारायण गुप्ता, सुलोचना रावत, राजकुमारी जैन ने पार्षद नीलम बघेल पर आरोप लगाए हैं कि वह साफ-सफाई से लेकर टेंकर सप्लाई में भेदभाव करती हैं। पिछले 10 दिनों से सिंध का पानी न आने से कॉलोनी में पेयजल संकट गहरा गया है और लोग बाजार से टेंकर खरीदकर अपने घरों में पानी की सुलभता कर रहे हैं। लेकिन नगर पालिका से जो टेंकर वार्ड के लिए भेजे जाते हैं, आरोप है कि पार्षद उन टेंकरों को अपने चहेतों के घर खाली करा देते हैं। हाल ही में वार्ड के लिए भेजा गया टेंकर पार्षद के कहने पर पार्टी की कार्यकर्ता के घर पर खाली करा दिया गया और वार्ड के लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहे।
नहीं जलती स्ट्रीट लाइट
वार्ड में स्ट्रीट लाइटे रात्रि में गालियों में रोशनी के लिए लगाई गई थी। लेकिन पार्षद की निष्क्रियता के चलते बंद पड़ी लाइटों को सही नहीं कराया गया। जिस कारण गालियों में अंधेरा पसरा रहता है और रात्रि में अंधेरा का फायदा उठाकर आसामजिक तत्व वारदातों को अंजाम देते हैं। जहां तक कि अंधेरे के चलते शराबियों का वहां जमावड़ा लगा रहता है। जिस कारण आस पास रहने वाले लोगों के मन में भय बना रहता है।
पार्षद नीलम बघेल ने माना उनके वार्ड में नहीं हो रहे हैं निर्माण कार्य
वार्ड में गंदगी और नालियां न बनने तथा पेयजल के संकट को लेकर वार्डवासियों ने पार्षद पर निष्क्रियता के आरोप लगाए हैं। जिस पर पार्षद नीलम अनिल बघेल ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनके वार्ड में निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे हैं। जिस कारण उनकी जनता के बीच निष्क्रिय छवि बन गई है। उनका यह भी कहना है कि सफाई व्यवस्था इसलिए ठीक ढंग से नहीं हो पा रही क्योंकि उनके वार्ड में सफाईकर्मियों की संख्या कम है। उन्होंने सफाई दरोगा का नाम लेते हुए कहा कि उनसे मेरे द्वारा 10 सफाईकर्मी मांगे गए।
लेकिन पता नहीं वह वार्ड में सफाईकर्मियों को क्यों नहीं भेज रहे हैं, या तो वह सफाईकर्मी देना नहीं चाहते या फिर नगर पालिका में सफाईकर्मियों की कमी है। इस कारण यह समस्या बनी हुई है। रही बात टेंकरों की तो नगर पालिका ने प्रायवेट टेंकर नहीं लगाए हैं और वार्ड के लोगों का मेरे पास फोन आता है तो मैं उपलब्धता के आधार पर टेंकर भेज देती हूं। मुझे यह नहीं मालूम की उस टेंकर से एक ही घर में पानी जाता है या 4-5 घर मिलकर पानी भरते हैं। क्योंकि मैं टेंकर के साथ नही रहती। अगर किसी को ऐसी समस्या है तो वह मुझे फोन लगाकर व्यक्तिगत रूप से कहें तो मैं उनकी समस्या का निराकरण कर सकूंगी। वार्ड के लोगों का यह आरोप बिल्कुल निराधार है कि वह अपने चहेतों को टेंकर उपलब्ध कराती हैं।
