फिर आमने सामने बलारपुर मंदिर प्रवंधन और फॉरेस्ट: मंदिर प्रवंधन ने सतचंडी यज्ञ के पर्चे छपवाए, पार्क प्रवंधन बोला बिना अनुमति सीधी FIR

शिवपुरी। बीते 10 मार्च को शिवपुरी के जंगल मे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बलारपुर के जंगल में तीन टाइगरों को छोड़ा है। उसके बाद से बलारपुर मंदिर को लेकर असमंजस की स्थिति लगातार बनती रही है। पहले मेले को लेकर पार्क प्रबंधन ने दो टूक अंदाज में पार्क में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। उसके बाद प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद बमुश्किल लोगों को जाने दिया अब इस मंदिर पर होने बाले एक अन्य आयोजन को लेकर एक बार फिर मंदिर प्रवंधन ओर पार्क प्रवंधन आमने सामने आ गए है।

दरअसल अब बलारपुर मंदिर पर 24 मई से 2 जून तक सतचंडी यज्ञ का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इस आयोजन को लेकर मंदिर के महंत प्रयाग भारती द्वारा शहर में पोस्टर लगवाए गए है कि बलारी माता मंदिर पर 24 मई से 2 जून तक शतवडी यज्ञ और विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। 24 मई को सुबह नौ बजे कलश यात्रा में हजारों लोगों से शामिल होने का आव्हान किया गया है। इसका एक बैनर तो माधवचौक चौराहे पर भी लगाया गया है। इस प्रचार के साथ ही दोनों पक्ष अब आमने-सामने हैं।

इस आयोजन को लेकर पार्क प्रवंधन का कहना है कि बलारपुर मंदिर अंदर घने जंगल में है और इस रेंज में टाइगर हैं। ऐसे में पार्क प्रवंधन यहाँ किसी भी तरह का बाहरी दखल नहीं चाह रहे हैं जिससे टाइगरों को परेशानी न आए। उनके द्वारा यह प्रयास भी किए गए थे कि मेला न लगे, लेकिन आस्था के सैलाब के आगे उन्हें झुकना पड़ा। अब जब मेला खत्म हो चुका है तो मंदिर के पुजारी ने एक बार फिर यहाँ पर आयोजन के संबंध में पोस्टर बैनर लगा दिए हैं। बकायदा प्रचार करके यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धलुओं को आने का आव्हान किया जा रहा है।

इसके बाद गुरुवार को सीसीएफ उत्तमकुमार शर्मा ने आदेश जारी कर दिए हैं जिसके अनुसार मंदिर के पुजारी भी सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक की आवाजाही कर सकेंगे। शाम प्रकरण दर्ज करा दिया जाएगा। सात से सुबह सात बजे तक उनका भी आना-जाना प्रतिबंधित होगा। उनके अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति का यहाँ पर प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा और सिर्फ अनुमति प्राप्त वन विभाग के वाहन ही वहां जाएंगे। यदि किसी ने बिना अनुमति प्रवेश किया तो उस पर विना अनुमति प्रवेश पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

इसी क्षेत्र में है टाइगरों की मूमेंट, परिवार बढ़ाने के लिए एकांत की जरूरत
माधव राष्ट्रीय उद्यान में तीनो टाइगर फिलहाल अपनी टेरेटरी बनाने का प्रयास कर रहे है। माधव राष्ट्रीय उद्यान का वातावरण उन्हें रास आ रहा है और मेल टाइगर तो एक दिन में 20 किलोमीटर तक का सफर भी तय कर रहे है। यह इस बात का संकेत है वे अच्छे से जंगल को एक्सप्लोर कर रहे है। अब आगामी समय बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि टाइगर एक जगह उसका मूवमेंट उसके आसपास अधिक रहेगा।

मादा टाइगर यही शावको को अपने घर के रूप चिह्नित करेगा और जन्म देगी। इस कारण उन्हें अभी किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप से बचाए रखना और जंगल का शांत वातावरण उपलब्ध कराना जरूरी है। ऐसे में अगर बार- बार आयोजन और शोरगुल होता रहा तो टाइगरों के इस क्षेत्र से दूर जाने की आशंका बनी रहती है।

CCF बोले लोगों को बुलाना अपराध, FIR होगी
इस मामले में सीसीएफ उत्तमकुमार शर्मा का कहना है कि वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा 52 के तहत किसी को नेशनल पार्क के प्रतिबंधित क्षेत्र में बुलाना भी अपराध की श्रेणी में आता है। और इसके लिए वैधानिक कारवाई की जा रही है। जिसने भी लोगों को बुलाने के लिए पोस्टर-बैनर छपवाएं है और छाये हैं, उन पर कार्रवाई करेंगे।

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