गिरवी नामा बताकर व्यापारी बिष्णु गुप्ता ने सर्विस प्रोवाईडर रचना धाकड के साथ मिलकर आदिवासी की करोंडों की जमींन की करा ली रजिस्ट्री

पोहरी। एक तरफ तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासीयों पर आखें बंद कर दोनोे हाथों से योजनाओं की बौछार कर रहे है। दूसरी और उनके मंत्री के घर से महज कुछ दूरी पर ही शहर के व्यापारी आदिवासी की बैसकीमती जमींन को हडकनें की तैयारी में है। यह मामला जिले के पोहरी थाना क्षेत्र के पोहरी सोनीपुरा रोड के पास हाईवे का है । जहां पोहरी के ही एक व्यापारी ने आदिवासी की बैसकीमती करोडों रूपए की जमींन को धोखधडी कराकर इसकी रजिस्ट्री करा ली। इस मामले की शिकायत करने जब पीडित पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने इस मामले में जांच के आदेश जारी किए है।

जानकारी के अनुसार गजनलाल पुत्र हल्लू आदिवासी निवासी सोनीपुरा पोहरी ने अपने परिवार सहित कलेक्टर के पास पहुंचकर शिकायत करते हुए बताया है कि उसकी पोहरी श्योपुर रोड पर पुस्तैनी जमींन है। इस जमींन पर बीते लंबे समय से ​पोहरी के ही व्यापारी बिष्णु गर्ग की नजर थी। पीडित परिजनों ने बताया है कि यह जमींन विक्रय से बर्जित थी। जिसके चलते उन्हें आवश्यकता होने पर उन्होंने व्यापारी से 50 हजार रूपए 2 प्रतिशत के व्याज पर उधार लिए थे। जिसपर से व्यापारी ने कहा कि वह गिरवीनामा लिखबाकर जमींन को गिरवी रखेगा तब पैसे देगा।

जिसके चलते उक्त व्यापारी उसे उसकी जमींन के कागज सहित लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय जा पहुंचा। जहां कार्यालय के वाहर बिष्णू गुप्ता,विजय धाकड और उसकी बेटी रचना धाकड को सर्विस प्रोवाईडर है वह मिले। जहां तीनों ने आपस में कुछ बात की और उसके बाद पीडित आदिवासी से कागज लेकर आधारकार्ड ले लिए। उसके बाद आरोपीयों ने मिलकर कागज तैयार कर उसे रजिस्ट्रार कार्यालय ले जाकर उसकी जमींन की रजिस्ट्री करा ली। यह रजिस्ट्री आरोपी बिष्णु गुप्ता ने अपने और अपने बेटे गिर्राज के नाम उक्त 3 बीघा जमींन की रजिस्ट्री करा ली।

पीडित आदिवासीयों ने जब इस मामले की शिकायत रजिस्ट्रार कार्यलय में की तो उन्होंने पीडित युवक को बताया कि उक्त जमींन तो बिक्रय से बर्जित थी। जिसकी कलेक्टर से अनुमति लेकर रजिस्ट्री कराई गई है। जिसपर पीडित युवक ने परिवार सहित डीआर एसएस पाल के पास पहुंचकर शिकायत की तो डीआर ने बताया कि यह जमींन विक्रय की जो अनुमति है वह भी फर्जी है और वह तत्कालीन कलेक्टर एम गीता के हाथ की है।

बताया गया है कि यह जमींन करोडों की है और पोहरी शिवपुरी रोड पर मैन रोड पर 3 बीघा जमींन है, जिसे व्यापारी हडपना चाहता है। इस मामले में पीडित परिवार ने कलेक्टर से जमींन बापस दिलाने की गुहार लगाई है। इस मामले में जब पीडित ने डीआर एसएस पाल से इस मामले की शिकायत की तो उन्होंने तत्काल सब ​रजिस्ट्रार सहित तहसीलदार को इस रजिस्ट्री को शून्य घोषित करने की बात कही।

देहात थाने में भी ड्रायफ्रूट,काली मिर्ची चोरी में आया था व्यापारी का नाम
बताया गया है कि पोहरी में रहने व्यापारी विष्णु गुप्ता शातिर है। जमींन का यह मामला तो प्रकाश में आया ही है इससे पहले शिवपुरी के देहात थाना क्षेत्र में व्यापारी देवेन्द्र जैन और गोटू जैन के गोदाम से हुई ड्रायफ्रूट की बोरी चोरी के मामले में भी इस व्यापारी का नाम आया था।

इनका कहना है
में अभी छुट्टी पर ही,साथ ही एक सामाजिक कार्यक्रम में हूं। 19 को बापस आउंगा। उसके बाद देखकर बताउंगा कि यह मामला क्या है।
एसएस पाल, जिला रजिस्ट्रार शिवपुरी।

यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अब जमींन संबधित आवेदन बहुत है तो इसकी अपडेट तो आवेदन देखने के बाद ही दे पाउंगी। अब मामला आदिवासी से जुडा है तो इसमें बिल्कुल भी कोताही नहीं बरती जाएगी।
बलविंदर ढिल्लन,थाना प्रभारी पोहरी।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *