रेंजर कृतिका शुक्ला और डिप्टी रेंजर अवस्थी का नया भ्रष्टाचारः मध्यप्रदेश तो छोडों राजस्थान से लोगों को बुलाकर चल रहा है यह काला खेल

कोलारस। खबर जिले के कोलारस वन परिक्षेत्र के बैरसिया काॅलोनी से आ रही है। जहां रेंजर कृतिका शुक्ला और डिप्टी रेंजर अवस्थी दोनों मिलकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के सपनों की धज्जियां उडा रहे है। वैसे तो शिवपुरी जिला बेरोजगारों से भरा पडा है। परंतु दूसरी और सरकार स्थानीय लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से बनों में प्लांटेशन करा रही है। जिसके चलते यहां पेड भी बडे हो जाए और स्थानीय लोगों को इन पेडों को बचाने के लिए बाउड्री बाॅल बनाकर पेडों को बचाने का रोजगार भी मिल जाए।

परंतु यहां हालात यह है कि यहां पदस्थ रेंजर कृतिका शुक्ला और डिप्टी रेंजर अवस्थी दोनों मिलकर शासन को चूना लगा रहे है। यह मध्यप्रदेश तो छोडो राजस्थान के मजदूरों को कम रेट पर बुलाकर काम करा रहे है। जिसके चलते स्थानीय लोग परेशान है। बेरसिया गांव के कल्लू आदिवासी ने बताया है कि यह काम तो उन्हीं के लिए शुरू हुआ है परंतु यहां राजस्थान से लोगों को बुलाकर बाउड्री कराई जा रही है। जब वह काम मांगने जाते है तो यहां डिप्टी रेंजर महज उन्हें 50 रूपए मीटर में काम करने की कहते है। अब पूरे दिन में एक व्यक्ति महज 1 से ढेड मीटर तक ही बाउड्री बाल कर सकता है। जिसके चलते उन्हे परेशानी आती है।

ग्रामीणों ने बताया है कि उपर से इस बाउंड्री बाॅल निर्माण के लिए शासन की और से 300 रूपए मीटर के हिसाब से पैसा आता है जिसे यह जिम्मेदार अपनी जेब में रखकर राजस्थान के मजदूरों से कम रेट पर काम कराते है। जिसके चलते स्थानीय मजदूर यहां परेशान होते रहते है।

पहला नहीं है मामला
ऐसा नहीं है कि फोरेस्ट विभाग की रेंजर कृतिका शुक्ला और डिप्टी रेंजर का यह पहला मामला हो। इससे पहले भी इन पर कई बार मोर कांड सहित फोरेस्ट की जमींन जुतवाने, जंगल कटाई के नाम पर जप्ती तो करने परतु पीआर नहीं बनाने सहित प्लांटेशन को पूरी तरह से खुर्द बुर्द करने के आरोप लगते रहे है। परंतु हालात यह है कि यह अधिकारी ले देकर हर मामले को चलता कर देते है। अब देखना यह है कि अब इस मामले में क्या कार्यवाही होती है।

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