4 आशा कार्यकर्ताओं को पद से पृथक करने के बाद 12 माह से नहीं मिल रहा मानदेय,कलेक्टर से शिकायत

शिवपुरी। आज जनसुनवाई में आई 4 आशा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर से 12 माह से मानदेय नहीं मिलने की शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में आशा कार्यकर्ताओं ने शिकायत करते हुए बताया है कि उनकी नियुक्ति वर्ष 2019 में करैरा बीएमओ प्रदीप शर्मा द्वारा की गई थी।

तब से लेकर आज तक उक्त आशा कार्यकर्ता अपने अपने वार्ड में शासन की योजनाओ का लाभ हितग्राहियों को दिलाती आई है। और अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी के साथ कर रही है। कोरोना जैसी महामारी में भी अपने छोटे-छोट बच्चों की परवाह न करते हुए उक्त आशा कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने वार्ड में सर्वेक्षण व टीकाकरण व वैक्सीनेशन जैसे कार्य भी अपनी जान जोखिम में डालकर किये है।

वर्ष 2021 तक उक्त आश कार्यकर्ताओं के खाते में मानदेय आता रहा है। लेकिन जैसे ही बीपीएम का चार्ज नवल सिंह चौहान के पास आया है जो कि एक नेत्र सहायक के पद पर ग्राम मनपुरा में पदस्थ है। तब से लेकर आज दिनांक तक लगभग 12 माह का मानदेय उक्त आशा कार्यकर्ताओं को नहीं दिया गया है और उनसे हर माह कार्य कराया जा रहा है और उसके दस्तावेज भी हर माह बीसीएम करैरा को जमा किये जाते है।

जब उक्त आशा कार्यकर्ताओं ने अपने मानदेय की मांग माननीय कलेक्टर महोदय के कार्यालय में जन सुनवाई में लगाया था तो उक्त बीपीएम नवल सिंह चौहार द्वारा हटाने की धमकी देकर एक जांच समिति सीएमएचओ शिवपुरी द्वारा बनवाई गई पीडित आशा कार्यकर्ताओं ने बताया है कि उसके बाद उन्हें 26 फरवरी को समाचार पत्र के माध्यम से पता चला कि उन्हें पद से पृथक कर दिया है। उनके पास इस संबंध में कोई नोटिस या कोई वैधानिक सूचना नहीं दी गई है।

चारों आशा कार्यकर्ताओं वर्षा त्रिपाठी वार्ड 07, रीना भार्गव वार्ड 09 ,आरती साहू वार्ड 04,रजनी मंडोलिया वार्ड 06ने कलेक्टर से 12 माह का मानदेया और पुन: पद पर बहाल करने की मांग की है।

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