समाज में आज भी जिंदा है बेटा और बेटी का भेदभाव: लगातार 5 वीं बार पैदा हुई बेटी, पिता ने आहत होकर खा लिया सल्फास, मौत

शिवपुरी। एक तरफ तो भारत सरकार देश में बेटियों को अपना स्वाभिमान और अभिमान मानने के लिए तरह तरह के प्रयत्न कर रही है। लगातार लोगों को जागरूक कर रही है कि देश में बेटियां बेटों से भी कम नही है। लेकिन समाज आज भी बेटियों को अभिशाप मान रहा है। ऐसा ही मामला आज प्रकाश में आया। जहां मायापुर थाना क्षेत्र के राजापुर गांव में एक युवक ने लगातार 5 वीं बार बेटी होने पर आहत होकर सल्फास खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
जानकारी के अनुसार बृजेश जाटव उम्र 43 साल निवासी राजापुर मजदूरी करता है। बृजेश की शादी के बाद उसकी पत्नि ने एक के बाद एक 4 बेटियों को जन्म दिया। परंतु बृजेश की चाहत थी कि उसके यहां एक बेटा हो। और इसी के चलते उसकी पत्नि ने 5 बीं बार गर्भ धारण किया। उसके बाद उसकी पत्नि की डिलेवरी हुई। डिलेवरी के दौरान उसकी पत्नि ने फिर से बेटी को जन्म दिया। जिससे वह बुरी तरह से आहत हो गया और उसने सल्फास का सेवन कर लिया। जिससे उसकी हालात बिगडने लगी। तत्काल परिजन उसे लेकर जिला अस्पलात पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गई।
ब्रजेश जाटव के चचेरे भाई वृंदावन ने बताया कि ब्रजेश की पत्नी को सबसे पहली लड़की हुई थी। तभी से ब्रजेश बेटे की चाह रखने लगा था। इसके बाद ब्रजेश की पत्नी को दूसरी भी बेटी पैदा हुई। परंतु ब्रजेश बेटा चाहता था। इसके बाद ब्रजेश शराब पीने लगा था। वह अपनी पत्नी से बेटा न पैदा होने को लेकर शराब के नशे में झगड़ा करने लगा था। ब्रजेश के मन में बेटे की चाह थी। लेकिन बृजेश के बेटी ही पैदा हो रही थी। ब्रजेश की पत्नी की तीसरी संतान भी बेटी ही पैदा हुई।
इसके बाद ब्रजेश को काफी समझाया ओर उसे नसबंदी करवाकर तीन बेटियों के पालन पोषण करने की बात परिवार के सदस्यों ने समझाई थी परन्तु ब्रजेश में सिर बेटे का भूत सवार था ब्रजेश इसके बाद भी नहीं माना बृजेश की पत्नी एक फिर गर्भवती हुई और उसके चौथी सन्तान के रूप में बेटी ही पैदा हुई। इसके बाद ब्रजेश अपने आप को टूटा महसूस करते हुए बेटे की चाह में शराब के नशे में डूबा रहता था।
मृतक बृजेश जाटव के भाई बृन्दावन ने बताया कि ब्रजेश की चौथी संतान बेटी के पैदा होने के बाद ब्रजेश अपनी पत्नी और अपने आप को कोसने लगा था, दिन रात शराब के नशे में डूबा रहने लगा था। ब्रजेश को अपने जीवन मे सिर्फ एक बेटे की चाह थी। चार बेटियों के पैदा होने के बाद बृजेश की पत्नी एक बार फिर गर्भवती हुई और उसके पांचवी संतान भी बेटी ही पैदा हुई।
पांचवी संतान बेटी के रूप में पैदा होने के बाद बृजेश विचलित हो गया। इस वजह से बृजेश अपने घर से निकला लेकिन वापस नहीं लौटा। ब्रजेश को सड़क पर बेहोशी के हाल में कुछ ग्रामीणों ने देखा। सूचना के बाद ब्रजेश को तत्काल शिवपुरी के जिला अस्पताल लाया गया। ब्रजेश ने जहरीले सल्फास का सेवन कर लिया था। अस्पताल में उपचार के दौरान ब्रजेश की मौत हो गई। आखिरकार ब्रजेश की बेटी चाह ने बृजेश की जान ले ली। मृतक बृजेश के शव का पोस्टमार्टम आज शिवपुरी में कराया गया है। मायापुर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।