कोलारस में विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के खिलाफ दो पूर्व विधायक आए एक पाले में, अन्नकूट में पहुंचे सिंधिया समर्थक दो मंत्री, चुनावी हलचल तेज

अशोक कोचेटा @ शिवपुरी। विधानसभा चुनाव से एक साल पहले कोलारस की भाजपा राजनीति में खैमेबंदी शुरू हो गई है। विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को अलग थलग करने के लिए पूर्व विधायक देवेंद्र जैन ने दीपावली मिलन समारोह के बहाने अन्नकूट का आयोजन किया। जिसमें पर्दे के पीछे से उनका साथ पूर्व विधायक महेंद्र यादव ने दिया। इस आयोजन में लगभग 1 हजार संख्या में विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं और मंडल पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया। सिंधिया समर्थक दोनों मंत्रियों जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया और लोकनिर्माण राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।

राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त पूर्व विधायक नरेंद्र बिरथरे और तीन बार के पूर्व विधायक ओमप्रकाश खटीक भी इस आयोजन में नजर आए। लेकिन विधायक वीरेंद्र रघुवंशी, भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम, जिला महामंत्री गगन खटीक, सोनू बिरथरे, पृथ्वीराज सिंह जादौन कार्यक्रम में नजर नहीं आए। सूत्र बताते हैं कि विधायक रघुवंशी को तो आमंत्रित नहीं किया गया। पूर्व विधायक जैन को भाजपा राजनीति में विधायक रघुवंशी का विरोधी माना जाता है और विधायक के खिलाफ की गई इस मोर्चाबंदी में उनका सहयोग पूर्व विधायक महेंद्र यादव ने भी किया।

श्री यादव पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट से चुनाव लड़े थे और वह मामूली अंतर से श्री रघुवंशी से चुनाव में पराजित हो गए थे। पूर्व विधायक देवेंद्र जैन और महेंद्र यादव महल समर्थक माने जाते हैं और विधायक वीरेंद्र रघुवंशी की वर्तमान पहचान महल विरोधी के रूप में है। खास बात यह रही कि इस आयोजन में उनके खैमे से जुड़े पार्टी के मंडल अध्यक्ष भी शामिल रहे।

भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। कांग्रेस में वह राजनीति की शुरूआत में कट्टर सिंधिया समर्थक माने जाते थे और 2007 के शिवपुरी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में वह उस समय विजयी हुए थे, जब उन्हें हराने के लिए पूरी भाजपा सरकार एकजुट हो गई थी। उस समय उन्हें चुनाव जिताना वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था। तब भाजपा की महल समर्थक लॉबी ने भी उनका समर्थन किया था।

लेकिन 2008 के विधानसभा चुनाव में वह शिवपुरी से भाजपा प्रत्याशी माखनलाल राठौर से पराजित हो गए थे। 2013 के विधानसभा चुनाव में वह पुन: कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें शिवपुरी से चुनाव लड़े थे। लेकिन उस चुनाव में यशोधरा राजे सिंधिया के हाथों उन्हें पराजय झेलना पड़ी थी। इस पराजय से आहत श्री रघुवंशी ने आरोप लगाया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें टिकट दिया। लेकिन पराजित करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।

इसके बाद वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। 2013 में कोलारस से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामसिंह यादव कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव में विजयी रहे थे और उन्होंने पूर्व विधायक देवेंद्र जैन को पराजित किया था। श्री यादव के असामायिक निधन के बाद कोलारस में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने उनके सुपुत्र महेंद्र यादव को टिकट दिया। जबकि भाजपा ने पूर्व विधायक देवेंद्र जैन पर भरोसा रखा। उपचुनाव में महेंद्र यादव विजयी हुए थे।

लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट में बदलाव किया और कांग्रेस से भाजपा में आए वीरेंद्र रघुवंशी को अपना उम्मीदवार बनाया। जिन्होंने मामूली अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र यादव को पराजित किया। सिंधिया के भाजपा में आने के बाद महेंद्र यादव और सिंधिया समर्थक भी अब भाजपा में हैं। सिंधिया के भाजपा में आने के बाद पार्टी में महल समर्थक लॉबी काफी मजबूत हुई है।

महेंद्र यादव पहले ही सिंधिया समर्थक हैं और पूर्व विधायक देवेंद्र जैन की भी श्री सिंधिया से नजदीकियां काफी बढ़ी हैं। जबकि विधायक रघुवंशी सिंधिया विरोधी छवि के माने जाते हैं और आगामी विधानसभा चुनाव की दृष्टि से उन्हें अलग-थलग करने के लिए दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया और पूर्व विधायक देवेंद्र जैन ने महल के प्रति अपनी निष्ठा का उदाहरण सहित विवरण प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य नेताओं ने अपने आप को महल समर्थक बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। संचालन जगदीश जादौन ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख नेताओं में अमिताभ हरसी दीवान, रामस्वरूप रावत, भरत सिंह रावत, गोर्वधन सिंह यादव, केशव सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह यादव, संजय सांखला, मुकेश गोयल, राकेश गुप्ता, भूपेंद्र यादव भोले, नरेंद्र सिकरवार रन्नौद, कल्याण धाकड़ खरई, विपिन खैमरिया, पवन शिवहरे, गोलू गौड़, ओपी भार्गव, हरवीर रघुवंशी, गुरूप्रीत चीमा, अवध बोहरे, कुबेर धाकड़, उदयसिंह रघुवंशी, महेंद्र सिंह रघुवंशी, जगदीश भट्ट, जगदीश जादौन, विजय श्रीवास्तव, विष्णु गोयल आदि शामिल थे।

विधायक रघुवंशी को आमंत्रित करने के सवाल पर चुप्पी साधी
कार्यक्रम के आयोजक पूर्व विधायक देवेंद्र जैन से जब पूछा गया कि इस आयोजन में विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को आमंत्रित किया गया अथवा नहीं तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि कुछ मत पूछों, जब उनसे कुरेद-कुरेद कर पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।

इनका कहना है-
पार्टी में सक्रियता लाने की दृष्टि से यह आयोजन किया गया है। ताकि आगामी चुनाव में कार्यकर्ताओं का उत्साह बना रहे। इस समय कार्यकर्ता उदासीन और उपेक्षित बना हुआ है। इसीलिए दीपावली मिलन समारोह के बहाने अन्नकूट का आयोजन किया गया है ताकि कार्यकर्ताओं से संवाद किया जा सके।
देवेंद्र जैन, पूर्व विधायक कोलारस

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