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शिक्षण एक कला है, शासकीय विद्यालयों में बच्चों को पढाना एक चैलेंज है: DPC सिकरवार

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शिवपुरी। विकासखंड खनियाधाना में”शिक्षा विभाग के अंतर्गत चल रहे प्रशिक्षण में मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान आधारभूत प्रशिक्षण के अंतिम दिवस में डीपीसी श्री दफेदार सिंह सिकरवार ने शिक्षकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षण एक कला है और शासकीय विद्यालयों में बच्चों को पढाना एक चैलेंज है। उन्होंने बताया कि प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के अभिभावक पढ़े-लिखे होते हैं, और उनका होमवर्क उनकी मां और पिताजी द्वारा कराया जाता है, जबकि शासकीय स्कूलों के बच्चों के पेरेंट्स की जिम्मेदारी हमें निभाना चाहिए होमवर्क पर विशेष ध्यान दे ,उन्होंने सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया और कहा कि सरकारी स्कूलों में सामुदायिक सहयोग से शानदार परिणाम मिल सकते हैं।

खनियाधाना बीआरसी और उनकी टीम द्वारा लगातार सामुदायिक से सहभागिता के क्रम में कार्य किया जा रहा है जिसके कुछ अच्छे उदाहरण सामने आए हैं उन्होंने शिक्षकों को समाज में पथ प्रदर्शक बताया और कहा कि शिक्षक के दायित्वों का बहुत ही महत्व है।
उन्होंने मां के दायित्वों पर भी जोर दिया और कहा कि बच्चों को नहा कर कपड़े पहना कर, नाखून काटने, बाल कटवाने और विद्यालय तक पहुंचाने का कर्तव्य मां का होता है। उन्होंने शिक्षकों को भी अपना मूल्यांकन करने की सलाह दी।श्री दफेदार सिंह ने कहा कि शिक्षक ईमानदारी से 6 घंटे अपने बच्चों को दें वहीं उन्होंने कहा की एफएलएन की ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य शिक्षक के शिक्षकत्व को जगाने के लिए है। उन्होंने बताया कि मास्टर ट्रेनर शिक्षाविदों द्वारा मोटिवेशन और शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन करने से है।
उन्होंने समाज में सहभागिता को समबाहु त्रिभुज बताया, जिसमें बालक, पालक और शिक्षक समान रूप से अपना योगदान देकर सफल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक का सही दायित्व पढ़ाने से हैं, भवन, वातावरण शिक्षा की अन्य महत्वपूर्ण कारक हो सकते हैं।

उन्होंने शिक्षकों को एफ एल एन ट्रेनिंग के माध्यम से अपने आप को प्रशिक्षित करने और योग्यता का लाभ समाज में मिलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आपकी प्रतिभा को उजागर करते रहिए, आपकी एक प्रतिभा ही आपकी जिंदगी को सफल बनाने के लिए पर्याप्त होती है। मैं भी एक शिक्षक हूं और हम शिक्षकों का दायित्व सकारात्मक ऊर्जा देने का प्रयास समाज को होना चाहिए। वही एफ एल एन की जिला कॉर्डिनेटर कुमारी रितिका ने ट्रेनिंग के बारे में अनेक सवाल जवाब किए एवं शिक्षकों द्वारा लिए जा रहे प्रशिक्षण की बारीकियां को समझा वही उनके द्वारा बताया गया कि एफ एल एन आधारभूत शिक्षा के उद्देश्यों को प्राप्त करना है।

साथ ही खनियाधाना बीआरसीसी संजय भदोरिया ने प्रशिक्षण एवं खनियाधाना में योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया मे कार्यक्रम जिला शिक्षा केंद्र से एपीसी उमेश करारे मनोज सेन दिलीप गोस्वामी उपस्थित रहे ।गौरतलब है कि खनियाधाना में पांच दिवसीय एफ एल एन प्रशिक्षण रिप्रेशन 3 इन दिनों चल रहा है जिसमें तीन कक्षा में में 120 प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिन्हें मास्टर ट्रेनर के रूप में सत्येंद्र जैन संदीप श्रीवास्तव श्रीकांत पाराशर जितेंद्र दीवान यासीन कुरेशी बृजेश शर्मा द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है

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