SHIVPURI में सरकारी वकील और व्यापारी दोस्त की मौत बाली पार्टी की कहानी: मदद के लिए फोन किया पर नहीं हुआ रिसीव

शिवपुरी। खबर जिले के शिवपुरी के पिछोर की अदालत में पदस्थ राकेश रोशन सहायक जिला अभियोजन अधिकारी और उनके घर के ही पास में रहने वाले दोस्त शिवम गुप्ता की है। दोनों पार्टी के लिए माता टीला डैम के लिए निकले थे। लेकिन वापस नहीं लौटे।
बता दे कि बीते 7 जुलाई की रात मूसलाधार बारिश कि बीच उफनते नाले में फंसी दो जिंदगी जोकि कई घंटों तक तेज धाराओं से संघर्ष करते रहे। बहाव इतना तेज था कि तिनके की तरह बह गए। एक का शव अगले दिन कार में मिला। दूसरे की लाश दूसरे दिन घटना स्थल से करीब 4 किलोमीटर दूर मिली।

बता दे कि पिछोर न्यायालय में पदस्थ एडीपीओ राकेश रोशन डेढ़ साल पहले ही ट्रांसफर होकर पिछोर आए थे। उनके सरकारी आवास के सामने ही केदार सेन की सैलून की शाॅप है। केदार की दुकान से दो दुकान छोड़कर शिवम गुप्ता का घर है। रोशन और शिवम की दोस्ती केदार के सैलून पर ही हुई थी। शिवम फाइनेंस कंपनी में काम करता था।
बताया गया है कि रविवार की शाम को एडीपीओ राकेश रोशन और शिवम गुप्ता कार से पार्टी के लिए माता टीला डैम के लिए निकले थे। तभी उन्हें केदार सेन नजर आया। केदार के घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। वह गैस सिलेंडर लेकर घर जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहा था। केदार को देखकर उन्होंने कार रोक दी और उसे अपने साथ बैठा लिया। केदार का गांव सुजवाया माताटीला डैम के रूट पर ही है। रात 9 बजे उन्होंने केदार को घर छोड़ा और वहां से निकल पड़े।
केदार ने बताया कि करीब 18 मिनट बाद एडीपीओ राकेश रोशन ने कॉल किया। लेकिन बारिश में भीगने के कारण मोबाइल दूसरे कमरे में रख दिया था। इसलिए कॉल रिसीव नहीं कर पाया। रात करीब 10.30 बजे मिस कॉल देखा तो कॉल किया। लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। लगा कि सो गए होंगे। सुबह हादसे का पता चला।
बताया गया है कि तेज बारिश के कारण सुजवाया के रास्ते में आने वाला नाला उफान पर था। रपटे पर पानी आ गया था। उनकी कार काफी देर तक रपटे में पानी के बहाव में फंसी रही थी। जांच में सामने आया है कि इस दौरान एडीपीओ राकेश रोशन ने मदद के लिए कई फोन भी लगाए। डॉयल 100 पर भी कॉल किया।
डीपीओ राकेश रोशन और शिवम गुप्ता ने केदार को उसके गांव सुजवाया छोड़ने के लिए कार चंदेरी रोड छोड़कर साढ़े तीन किलोमीटर दूर सुजवाया गांव के लिए मोड़ दी गई। उस वक्त भयंकर बारिश हो रही थी। कुछ दूरी पर पेट्रोल पंप के पास एक रपटा था। लेकिन उस वक्त उस रपटे पर पानी टकराते हुए बह रहा था। रपटे को पार कर इनकी कार सुजवाया गांव पहुंची थी।
बताया जा रहा है कि लौटते वक्त तेज बारिश के चलते नाले का पानी रपटे के ऊपर से बहने लगा था। एडीपीओ ने अपनी कार रपटे के ऊपर से निकाली दी और उनके साथ हादसा हो गया। यहीं से कार करीब एक किलोमीटर दूर बहकर चंदेरी रोड स्थित बुधना नदी के पुल तक पहुंची। ग्रामीणों की माने तो तेज बारिश के दौरान पानी रपटे के कई फीट ऊपर तक चला जाता है।
एडीपीओ राकेश रोशन मूलत: ग्वालियर के लश्कर क्षेत्र के रहने वाले थे। करीब डेढ़ साल पहले राकेश का तबादला पिछोर के न्यायालय में हुआ था। 50 साल के राकेश 6 छोटी बहनों के इकलौते भाई थे। राकेश की शादी हुई लेकिन करीब 15 साल पहले बीवी से तलाक हो गया था। तब से राकेश अकेले रह रहे थे। अब वह अपनी जिंदगी को इस बारिस के वहाव में बहाकर सभी को अकेले छोड़कर चले गए।