शिक्षा विभाग बना रिश्वतखोरी का अड्डा,बाबू सुरेश शर्मा ने ले ली 40 हजार की रिश्वत, फिर भी GPF का भुगतान नहीं होने दे रहा

शिवपुरी। एक तरफ तो सीएम डॉ मोहन यादव ​अधिकारीयों पर नकेल कसने का हर भरसक प्रयास कर रहे है। दूसरी और ​शिवपुरी में रिश्वतखोर कर्मचारी बिना रिश्वत के काम करने तैयार नहीं है। जिस शिक्षक ने बच्चों को शिक्षा और ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाला एक सेवानिवृत्त शिक्षक को रिश्वत देने बाद भी GPF और GIS की राशि नहीं मिल सकी। परेशान होने के बाद आज जनसुनवाई में पहुंचकर रिटायर्ड शिक्षक ने कलेक्टर से फरियाद लगाई है।

बैराड़ के अमरपुर गांव के रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक राम निवास उपाध्याय पुत्र बाबूलाल उपाध्याय ने बताया कि वह शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक के पद पर शासकीय प्रावि बन्हेराखुर्द में पदस्थ थे। बीते 31 जुलाई 2023 को रिटायर्ड हुए थे। लेकिन रिटायर होने के बाद उनका जीपीएफ और जीआईएस का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है।

पोहरी विकास खण्ड कार्यालय में पदस्थ बाबू सुरेश शर्मा ने मुझसे जीपीएफ और जीआईएस के भुगतान के तौर पर रुपयों की मांग की गई। इसके बाद सुरेश शर्मा को 40 हजार दे दिए थे। इसके बाद भी उन्हें अब तक उनका पैसा वापस नहीं मिला है।

अब बाबू सुरेश शर्मा ने 20 हजार की ओर मांग की जा रही है। इस बारे में संकुल केंद्र उमावि बैराड में भी संपर्क किया गया। हालांकि उनका कहना है- हमने तो आपका मामला तैयार कर BEO कार्यालय भेज दिया गया है। रिटायर्ड शिक्षक का कहना है- वह पिछले छह माह से परेशान है लेकिन उसे अब तक भुगतान नहीं लिया गया है। वह दफ्तर के चक्कर में लगाकर मानसिक तौर पर परेशान हो रहा है।

इसी की शिकायत लेकर वह आज कलेक्टर के पास पहुंचा है। वह जल्द ही राशि दिलवाए जाने सहित बाबू पर कार्रवाई की मांग की है। जिसपर से कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल स्थापना शाखा से कर्मचारी को बुलाकर इस बाबू को तलब करने की बात कही है। उसके बाद इनपर कार्यवाही की जाएगी।

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