चकरामपुर निर्मम हत्याकांड: कुशवाह समाज,भीम आर्मी और OBC महासभा ने TI को हटाने की मांग,बोले टीआई नहीं हटाया तो देगें धरना

शिवपुरी। जिले के नरवर थाना क्षेत्र के चकरामपुर गांव में बीते 17 नबंबर को हुए दिल दहला देने बाले हत्याकाण्ड मेें 4 लोगों की मौत के बाद अब इस मामले में ओबीसी महासभा, कुशवाह समाज और भीम आर्मी ने मिलकर एसपी को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से नरवर थाना प्रभारी को हटाए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन के माध्यम से नरवर थाना प्रभारी पर गलत तरीके से कुशवाह समाज के लोगों को फसाए जाने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं।

कुशवाह समाज के नेता सुग्रीब सिंह कुशवाह ने थाना प्रभारी को न हटाए जाने पर एसपी ऑफिस और नरवर थाने पर धरना देने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जो निर्दोष कुशवाह समाज के लोग हैं वह भी गांव में भय के चलते नहीं जा पा रहे हैं। ज्ञापन देने पहुंचे ओबीसी महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुशवाह ने बताया कि दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष में एक पक्ष मुन्ना भदौरिया सहित चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद 18 लोगों को नाम दर्ज कर गिरफ्तार कर लिए गये हैं।

इन सबकी गिरफ्तारी में ग्राम पंचायत के सरपंच सुरज सिंह कुशवाह एवं कुशवाह समाज के नेता ने सहयोग किया था। इसके बावजूद मृतक के परिवारजनों ने सरपंच सूरज सिंह कुशवाह एवं सरपंच के भाई मान सिंह, कैलाश, दीपक, किसन, घनश्याम, मुकुट सिंह, गजराज सिंह जो घटना के समय मौजूद नहीं थे उन्हें भी झूठा फंसाया जा रहा है।

पूर्व में भी चली गोली, नहीं किया आरोपियों को गिरफ्तार
राजेश कुशवाह ने कहा कि पूर्व में भी मृतक के परिवारजनों ने दिनेश कुशवाह पर भूरा, राजेश भदौरिया ने गोली चलाई जो उसके सीने में लगी थी। गोली सीने के आरपार हो गई तथा दिनेश कुशवाह समाज की महिला और पुरुषों के साथ मारपीट की गई थी। उस वक्त आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत कार्रवाई तो की गई लेकिन थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक के द्वारा आरोपी भूरा एवं राजेश भदौरिया को गिरफ्तार नहीं किया गया। इसके बाद भूरा एवं राजेश भदौरिया कुशवाह समाज की महिलाओं एवं पुरुषों के साथ मारपीट एवं अश्लील हरकतें करते रहे।

उन्होंने बताया कि इन घटनाओं की शिकायत कुशवाह समाज एवं पीड़ितों द्वारा थाना प्रभारी एवं पुलिस अधीक्षक शिवपुरी को लगातार करते रहे। लेकिन थाना प्रभारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। थाना प्रभारी के द्वारा भदौरिया परिवार को पूर्ण रूप से संरक्षण दिया गया था जिसके कारण बड़ी वारदात हुई है। यदि पूर्व में ऐसे प्रकरण को गंभीरता में लिया जाता तो ऐसी गंभीर घटना घटित नहीं होती।

17 नवंबर को हुई घटना के बाद से ही गांव में भय का माहौल बना हुआ है। क्योंकि अब मृतक के परिवार एंव भदौरिया समाज के द्वारा कुशवाह समाज के लोगों के साथ मारपीट एवं गांव छोड़ने के लिये मजबूर किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन के द्वारा कुशवाह समाज के लोगों को जबरन झूठ केस में फंसाया जा रहा है और पुलिस प्रशासन के द्वारा ग्राम चकरामपुर में हफ्ता वसूली की जाती है। जिसकी शिकायत कुशवाह समाज ने वरिष्ठ अधिकारियों से भी की है, आज एसपी से मिलकर निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है। जिससे कुशवाह समाज के लोगों में काफी रोष है।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *