मरघट खाने में गौवंश को बंधक बनाकर रखा था: विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने कराया आजाद, FACEBOOK पोस्ट पर भी जा​हिर किया दर्द

शिवपुरी। खबर कोलारस विधानसभा से है जहां रन्नौद थाना क्षेत्र के ढेंकुआ गांव में अज्ञात लोगों ने ढेंकुआ गांव के पुराने मरघट खाने में गौवंश को बंधक बनाकर रखा था। इसकी सूचना जैसे ही कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को लगी थी। विधायक ने तत्काल कोलारस एसडीएम मोती लाल अहिरवार से संपर्क कर ढेंकुआ गांव के पुराने मरघट खाने में कैद गौवंश को आजाद कराया।

जानकारी के अनुसार ऐजवारा गांव का रहने वाला केपी यादव शनिवार को ढेंकुआ गांव के पास होकर गुजर रहा था। केपी यादव को एक साथ कई गायों के रम्भाने की आवाज सुनाई दी थी। कारण जानने के लिए केपी यादव जंगल में गया था जहां उसे मरघट खाने में गौवंश बंधक हाल में मिली। अज्ञात लोगों के द्वारा मरघट खाने की बाउंड्री के भीतर गौवंश को कैद करके रखा हुआ था गाय बाहर न आ सके इसके लिए पत्थर की दीवार बना कर रास्ते को बंद कर दिया था। केपी यादव ने इसकी सुचना और एक वीडियो बनाकर विधायक तक पहुंचाई था। इसके बाद राजस्व की की टीम ने मौके पर पहुंचकर गौवंश को आजाद कराया।

विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने अपनी फेसबुक पर पोस्ट में यह लिखा
समाज, सरकार, प्रशासन के लिए सोचनीय सवाल? यह वीडियो रन्नौद के पास ढेंकुआ ग्राम का है। इस क्षेत्र में ढेंकूआ डैम है, जंगल है, अन्य ग्राम के कृषक बंधु पशुओं को इस क्षेत्र में छोड़ जाते हैं। इस बाउंड्री में अज्ञात लोगों ने कई दिन से गौ माताओं को बंद कर दिया है और दरवाजे पर पत्थर की बाउंड्री कर दी है। आज मुझे मालूम हुआ तो प्रशासन को उन्हें आजाद करने के निर्देश दिए हैं। अगर जंगल में भी गौमाता को स्थान नहीं मिलेगा तो कहां मिलेगा? यह सारे मानव समाज को विचारणीय प्रश्न है।

बता दें इससे पहले भी कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी शिवपुरी शहर की लुधावली में स्थित गौशाला में गौवंश की बदहाली पर सवालिया निशान खड़े कर चुके हैं, और आज कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने ढेंकुआ गांव के जंगल में कैद गौवंश को आजाद कराया है। गौवंश को आजादी मिलने के बाद विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने कोलारस एसडीएम मोती लाल अहिरवार को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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