श्रृद्धालुओं से भरी PICKUP खडे TRUCK में जा घुसी,1 महिला की मौत, 1 दर्जन घायल, 5 एम्बुलेंस GWALIOR के प्रायवेट अस्पताल में छोड गई,अब अस्पताल बालों ने बंधक बना लिया

भानू प्रताप सिंह यादव @ शिवपुरी। खबर धौलपुर से आ रही है। जहां ​गिर्राजी की परिक्रमा करने गए शिवपुरी के श्रृद्धालुओं से भरी एक पिकअप खडे ट्रक में जा घुसी। इस हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में लगभग दो दर्जन लोग घायल हो गए। इस मामले की सूचना पर राजस्थान पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को 5 एम्बुलेंस से ​ग्वालियर लाया गया। जहां एम्बुलेंस चालक सभी घायलों को एक प्रायवेट अस्पताल में छोडकर भाग गए।

जानकारी के अनुसार झंडी से 22 लोगों का जत्था एक लोडिंग बाहन से सबार होकर गिर्राजी परिक्रमा के लिए निकला था। परिक्रमा देने के बाद सभी बापस लौट रहे थे। तभी सुबह लगभग 4 बजे अचानक ड्रायवर को नींद का झौका आ गया। जिससे यह लोडिंग खडे ट्रक में जा घुसी। इस हादसे में सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले की सूचना पर धौलपुर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को पांच एम्बुलेंस की मदद से ​ग्वालियर रैफर करा दिया।

यहां से शुरू हुआ लाश और घायलों से बसूली का खेल
बताया जा रहा है कि यह सभी एम्बुलेंस चालक इन सभी को उपचार के लिए ग्वालियर के बोहडापुर के प्रायवेट हॉस्पीटल होप वैल में भर्ती कराकर चले गए। अब यह सभी सोचते रहे कि शायद शासन की और से इस बडे हादसे पर प्रायवेट अस्पताल में इलाज मुहिया कराया गया है। परंतु यहां तो उलट हुआ। सुबह जब कुछ लोगों को आराम मिला तो उक्त अस्पताल ने उन्हें 25 से 30 हजार रूपए प्रति व्यक्ति का बिल थमा दिया।

एम्बुलेंस संचालक खुद कमीशन के चलते लोगों के साथ करते है यह वारदात
यहां बता दे कि ग्वालियर में एम्बुलेस संचालक प्रायवेट अस्पतालों में मरीजों को लेकर पहुंचते है। और उसके एवज में बडा कमीशन इन्हें मिलता है। जिसके चलते यह एम्बुलेंस चालक अपने फायदे के लिए लोगों को लाखों रूपए का चूना लगाने से नहीं चूकते। बताया जा रहा है कि इस हादसे में घायल लोगों को अब अस्पताल के प्रबंधक बिना पैसे चूकता किए बाहर नहीं निकलने दे रहा।

कोलारस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से लगाई गुहार
इस मामले में अब घायल लोग जो अपनी एक महिला को खो चुके है अब वह भी अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे है कि आखिर उन्हें इस अस्पताल के चंगुल से मुक्त कराया जा सके। इस मामले में पूर्व विधायक महेन्द्र यादव ने अस्पताल प्रबंधन से बातचीत की है। अब देखना यह है कि अन्य जनप्रतिनिधि ​इस मामले में सामने आते है या फिर यह ग्रामीण यहां लूटे जाएगे।

यह लोग हुए घायल
बताया जा रहा है कि इस हादसे में 65 साल की महिला कमरजी पत्नि कोमल ओझा की उपचार के दौरान मौत हो गई। बताया गया है कि इस पिकअप में 22 लोग सवार थे। जिसमें से 7 लोगों की हालात गंभीर बताई जा रही है घायलों में राजबाई पत्नि बद्री ओझा,बद्री पुत्र कमरजीत, उषा पत्नि देवनारायण लोधी,देवनारायण पुत्र पर्वत सिंह लोधी,लक्ष्मी पत्नि वृजेश लोधी,बंटी पुत्र रामकृष्ण ओझा,उषा पत्नि कोटसहाब लोधी सहित अन्य लोग घायल हुए है। इस मामले की सूचना पर झंडी गांव के सरपंच बीरसिंह यादव भी अस्पताल में पहुंच गए है और अपने इन गरीब ग्रामीणों को अस्पताल से बापस लाने की गुहार लगा रहे है।

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