संसद में सांसद KP यादव ने पूछा प्रश्न,कानूनी शिक्षा में हिंदी भाषा को क्यों नहीं मिल रहा महत्व

शिवपुरी। लोकसभा का मानसून सत्र 20 जुलाई से प्रारंभ हो गया है। गुना सांसद डॉ.के.पी.यादव द्वारा 21 जुलाई को संसद के लोकसभा में तारांकित-अतारांकित प्रश्न पूछे गए, जिनमें से आयुष मंत्रालय, सूक्ष्म-लघु और मध्यम-उद्यम मंत्रालय, विधि व न्याय मंत्रालय से संबंधित प्रश्न पूछे गए।
सांसद डॉ.के.पी.यादव ने आयुष मंत्रालय से आयुर्ज्ञान योजना के अंतर्गत सीएमई योजना के क्रियान्वयन से सम्बन्धित व अन्य मुद्दों पर प्रश्न पूछा, सूक्ष्म-लघु और मध्यम, उद्यम मंत्रालय से औद्योगिक पार्क हेतु प्रोत्साहन के लिए अतारांकित प्रश्न पूछा तथा कानूनी शिक्षा में हिंदी व क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा देने हेतु विधि और न्याय विभाग से प्रश्न किया।
विधि और न्याय केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि कानूनी शिक्षा को हिंदी में सुगम बनाने हेतु 65 हजार शब्दों की शब्दावली संकलित की गई है। इसके अलावा सांसद डॉ. के.पी.यादव द्वारा कंपनी संशोधन विधेयक 2022, सामाजिक सुरक्षा संहिता संशोधन विधेयक 2022, संविधान संशोधन विधेयक 2022 जैसे तीन महत्वपूर्ण प्राइवेट मेंबर बिल भी प्रस्तुत किए गए। सांसद डॉ.के.पी.यादव ने क्षेत्र की जनता जनार्दन से अपील करते हुए कहा है कि मानसून सत्र में अपने क्षेत्र की समस्याओं व लोकहित के मुद्दों से संबंधित यदि आपके कोई सुझाव हो तो मुझ तक अवश्य पहुंचाएं।