पुष्पा राजपूूत फांसी पर झूली: मायके बालों ने 15 लाख दहेज में दिया,फिर भी दहेज के लिए हत्या कर दी,पोहरी में पीएम कराने तैयार नहीं,शिवपुरी में होगा पीएम

पोहरी। खबर जिले के पोहरी थाना क्षेत्र के पोहरी कस्बे से आ रही है। जहां एक सॉप्टवेयर इंजीनियर की पत्नि ने अपने ही कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले की सूचना पर मायके पक्ष के लोग पहुंचे और जमकर हंगामा किया। इस मामले में मायके पक्ष के लोग ससुरालजनों पर हत्या का आरोप लगा रहे है। इसे लेकर परिजन मृतिका का पीएम कराने पोहरी में तैयार नहीं हुए उसके बाद उसे मेडीकल कॉलेज शिवपुरी में पीएम के लिए लाया गया है।
ग्वालियर कम्पू क्षेत्र के रहने वाले देवी सिंह राजपूत ने बताया कि मेरी पुष्पा की शादी 29 जनवरी 2015 को पोहरी के रहने वाले नरेंद्र धाकड़ से की थी। नरेंद्र के परिवार वालों ने नरेंद्र को सॉफ्टवेयर इंजिनियर बताया था बेटी खुश रहे इस लिए हमने शादी में एक कार सहित 15 लाख रूपये का दहेज़ दिया था। नरेंद्र दिल्ली में जॉब करता था। शादी के बाद नरेंद्र मेरी बेटी दिल्ली ले गया था इस बीच उसे एक बेटा भी पैदा हुआ जो अब पांच साल का है। शादी के कुछ साल बाद हमें पता लगा कि नरेंद्र ने इंजीनियरिंग नहीं की है वह डिप्लोमा धारी है। शादी के कुछ साल से ही नरेंद्र मेरी बेटी को प्रताड़ित करने लगा था।

नरेंद्र ने अपनी पत्नी पुष्पा को मानसिक बीमार बताया है नरेंद्र का कहना है कि पुष्पा शादी ने पहले से ही मानसिक बीमार थी लेकिन मेरे ससुरालियों ने शादी के पहले यह बात मेरे घर वालों से छुपाई थी। पुष्पा मेरे साथ कुछ वर्षों तक दिल्ली-नोयडा रही इस बीच वह घंटों बाथरूम में नहाती रहती थी जबकि मुझे जॉब के लिए जाना होता था इसी लिए अक्सर मुझे घर से खाने का टिफिन नहीं मिलता था मुझे केंटीन में खाना पड़ता था। इसी बात को लेकर मेरा झगड़ा पुष्पा से होने लगा था। इसकी शिकायत मैने अपनी सास से भी की थी लेकिन उसे नहीं समझाया गया।
पुष्पा के पति नरेंद्र ने बताया कि लोकडाउन के कारण कम्पनी से मुझे वर्क फ्रॉम होम करने के निर्देश मिले थे। इसके बाद में अपनी पत्नी और बेटे के साथ अपने घर पोहरी बापिस आ गया था। कोरोनाकाल के दौरान हम अपने घर ही रहे थे। इसी दौरान मुझे पुष्पा का बिमारी का पता लगा था पुष्पा के पर्स में मेने उसके मानसिक उपचार के पर्चे देखे थे जिसका उपचार पुष्पा ने अपने मायके में कराया था। पुष्पा की बिमारी का मालुम चलने के बाद में भी उसके उपचार में सहयोग करने लगा था। कोरोना का असर कम होने के बाद कंपनी ने मुझे मुम्बई भेज दिया। लेकिन में पुष्पा को इस बार उसकी हरकतों की बजह से अपने साथ नहीं ले गया। सोचा घर रहकर उसका उपचार सही से हो सकेगा।
नरेंद्र ने बताया कि एक रोज पूर्व पुष्पा मेरे माता-पिता के साथ शादी में गई हुई थी रात्रि में देरी से आने के चलते बीते मेरे माता-पिता घर में सोये हुए थे इसी दौरान दोपहर चार बजे के लगभग मेरी पत्नी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। नरेंद्र ने बताया कि मेरी पत्नी अपनी सास से मरने की बात कहती रहती थी। इधर नरेंद्र के ससुर ने आरोप लगाया है कि उसके दामाद द्वारा काम धंदा करने के लिए दस लाख की मांग की जा रही थी नहीं दिए तो उसकी बेटी को मारकर फांसी के फंदे पर लटका दिया और अब बेटी की ह्त्या को सुसाइड सिद्ध करना चाहते हैं।