घट स्थापना के साथ घर घर विराजित हुई मां दुर्गा,ढोल तासों के मां के अलग अगल रूपों को किया पांडालों में विराजमान

शिवपुरी। आज से पूरे भारत में शारदीय नवरात्रि महोत्सव की शुरूआत हो गई है। आज से लगातार 9 दिन तक सभी लोग मां की आराधना में जुट गए है। सुबह से ही शहर के प्राचीन राजराजेश्वरी कैलादेवी और काली माता मंदिर पर भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया। वहीं शहर के विभिन्न स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना पांडाल लगाकर की गई। मां को इन पांडालों तक ढोल तासों की धुनों के साथ लाया गया और विमानों में अबीर गुलाल उड़ाया गया।
शिवपुरी जिले में मूर्ति कला का गढ़ बन चुका शहर के फिजिकल क्षेत्र में एक बार फिर रौनक लौटी है। यहां जिले भर के लोग अपने अपने पांडालों में माता की मूर्ति स्थापित करने के लिए प्रतिमाओं की खरीददारी के लिए पहुंच रहे हैं। इस बार मां की कई तरह की मूर्तियां बनाई गई हैं। जिसमें ज्यादातर शेर पर सवार मां की प्रतिमा भक्त खरीद रहे हैं।
जिले सहित दूर दराज के क्षेत्रों में भी मां की प्रतिमा स्थापित की जा रही है और वह लोग भी शिवपुरी प्रतिमा खरीदने आ रहे हैं। मां के विमानों के निकलने से यातायात भी प्रभावित हुआ है। जिसके चलते भीड़ भी लग रही है और जाम की स्थिति भी बन गई है। जिसे ठीक करने के लिए यातायात पुलिस तैनात है।
रात्रि में होंगे मां वैष्णों देवी के दर्शन
मां वैष्णों दरबार उत्सव समिति द्वारा सुआलाल के बाड़े में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी मां वैष्णों देवी का दरबार सजाया गया है। जहां आज सुबह विधिविधान के साथ मां के दरबार की स्थापना की गई है और रात्रि में मां के दर्शनों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। समिति के सदस्यों ने माधव चौक चौराहे से कोर्ट रोड तक के रास्ते को दुल्हन की तरह सजा दिया है।
माधव चौक चौराहे पर आकर्षक विद्युत साजसज्जा की गई है। वहीं माधव चौक से लेकर कोर्ट रोड तक आकर्षक झालरें सड़क के दोनों ओर लगाई गई हैं। वहीं हनुमान गली के मुख्य द्वार पर भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया है। जिसमें प्रवेश कर भक्त वैष्णों देवी के दरबार में पहुंचेंगे। दरबार में गुफाओं के साथ.साथ 9 देवियों और भैरवनाथ का दरबार भी सजाया गया है।
मानव वेलफेयर सोसायटी ने गांधी पार्क में की प्रतिमा स्थापित
गांधी पार्क में मानव वेलफेयर सोसायटी ने मां दुर्गा की विशाल प्रतिमा की स्थापना की है। जहां आज शाम को पांडाल स्थल में गरबा डांडिया महोत्सव का आयोजन किया जाएगा और रात्रि 9 बजे डांस प्रतियोगिता भी आयोजित होगी। 9 दिनों तक पांडाल स्थल पर कई धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सोसायटी द्वारा किया जाएगा और 5 अक्टूबर को दशहरे पर रावण का दहन होने के साथ ही कार्यक्रमों की समाप्ति होगी।
ये है शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यो के अनुसार इस वर्ष अश्वनी शुक्ल पक्ष प्रतिपदा सोमवार दिनांक 26 सितंबर से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ है। जो पूरे नौ दिन का है मध्य किसी तिथि का घट बढ़ नहीं हुआ है। 04 अक्टूबर 2022 मंगलवार को महानवमी है और विजयादशमी 05 अक्टूबर 2022 2022 बुधवार को है कलश स्थापना के लिए दिन भर का समय शुद्ध एवं प्रशस्त है शारदीय नवरात्र में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना कराना तथा देवी चरित्र का पाठ सुनना मनुष्य को सभी प्रकार के बाधाओं से मुक्त करते हुए धन.धन पुत्र आदि से संपन्न करते हुए विजय को प्रदान करता है ।अभिजीत मुहूर्त्त सभी शुभ कार्यो के लिए अति उत्तम होता है।
